आगरा: जिले में काफी समय से नशे की दवाओं का कारोबार हो रहा है. पंजाब की नारकोटिक्स टीम चार दिन से शहर में डेरा डाले हुए हैं. एक टीम ने आगरा के नूरी दरवाजा शीतला गली निवासी दो भाइयों को मानसिक रोग में उपयोग होने वाली दवाओं के साथ हिरासत में लिया.
पांचों को अपने साथ ले गई टीम
दोनों भाइयों की दुकान फव्वारा में है. दोनों ने पूछताछ में शहर के तीन और दवा व्यापारियों के नाम बताए. ये तीनों कमला नगर के निवासी हैं. नारकोटिक्स टीम ने तीनों दवा व्यापारियों के घर जाकर पूछताछ की. इसके बाद इन तीनों को भी हिरासत में ले लिया. टीम पांचों को अपने साथ ले गई, जबकि दूसरी टीम ने शहर में 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे नशे के दवा कारोबार के बारे में पूछताछ की जा रही है.
ग्वालियर की नारकोटिक्स टीम ने भी की थी छापेमारी
औषधि निरीक्षक जुनाब अली का कहना है कि अक्सर नारकोटिक्स टीम कार्रवाई करती हैं तो हमको सूचना नहीं देती हैं. ऐसे ही पहले ग्वालियर से आई नारकोटिक्स टीम ने भी बिना सूचना दिए कार्रवाई की थी. ग्वालियर की नारकोटिक्स टीम ने शहर में कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें लाखों रुपए की नशे की दवा जब्त की थी और कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी.
ताजनगरी नशे की दवाइयों की बड़ी मंडी बनती जा रही है. दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, बिहार में यहां से दवाइयां भेजी जा रही हैं. इसलिए हर बार जब भी किसी दूसरे प्रदेश की पुलिस या नार्कोटिक्स टीम यहां छापेमारी की कार्रवाई करती है तो औषधि विभाग को सूचना नहीं देती है.