आगरा: चिकित्सा विभाग की लापरवाही ने 9 साल की अंजू की जान ले ली. अंजू को एंटी रेबीज वैक्सीन (एआरवी) लगाया जाना था. अंजू के पिता उसे बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर गए, जहां अंजू का आधार कार्ड नहीं होने पर उसे एआरवी नहीं लगाई गई. 23 अगस्त को अंजू की हालत बिगड़ी तो उसे गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया, जहां अंजू ने दम तोड़ दिया. इस घटना के बाद प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. घटना में लापरवाही बरतने वाले फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है.
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स्टॉक होने के बाद भी नहीं लगाई वैक्सी-
- बाह के खजुआपुरा निवासी 9 वर्षीय अंजू को कुत्ते ने काट लिया था.
- अंजू के पिता वैक्सीन लगवाने के लिए बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए.
- फार्मासिस्ट ने यह कह कर एआरवी नहीं लगायी कि अंजू का आधार कार्ड नहीं है.
- सख्त निर्देश है कि यदि एआरवी लगवाने वाले मरीज के पास आधार कार्ड नहीं है तो भी पहली डोज लगा दी जाए.
- दूसरी डोज लगाने से पहले मरीज या उसके किसी अभिभावक का आधार कार्ड लिया जाए.
- घटना में लापरवाही बरतने वाले फार्मासिस्ट को निलंबित कर दिया गया है.
इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की थी. कमेटी की रिपोर्ट में यह सामने आया कि स्टॉक में एआरवी था, लेकिन अंजू को नहीं लगाया गया था. इसको लेकर के फार्मासिस्ट को निलंबित किया गया है.
डॉ. मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ आगरा