आगरा: ईटीवी भारत की टीम ने पड़ताल की, जिसमें पता चला कि आगरा में ऐसे तमाम नाले हैं जो आज भी बिना बाउंड्री वॉल के हैं. लोगों का कहना है कि इनमें गिरने से हर साल किसी न किसी की मौत होती है. इसके बावजूद भी आगरा नगर निगम के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
किसी की मौत होने के बाद नाले की बाउंड्री बनवाने का आश्वासन दिया जाता है लेकिन सर्वे हो जाने की कुछ महीने बाद मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है. क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि कितनी भी शिकायत कर लो, उसके बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं होती है. नालों की वजह से अब तक इन लोगों की मौत हो चुकी है.
- 3 साल पहले ताजगंज क्षेत्र में एक होटल के सामने खुले मेनहोल में गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई थी. इस मामले में ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था.
- 2019 में लंगड़े की चौकी स्थित नाले में बरसात के दिनों में नाले में बच्चे के गिरने से मौत हो गई थी लेकिन बच्चे के शव के लिए मां महीनों तक दर-दर की ठोकरें खाती रही.
- 2018 में थाना सदर की शहीद नगर बैंक कॉलोनी निवासी राजवीर त्यागी का 4 वर्षीय बेटा नमन की नाले में गिरने से मौत हो गई थी.
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नगर निगम की सीमा क्षेत्र में आने वाले अधिकांश नालों पर बाउंड्रीवॉल नहीं बनी है. वहीं कई जगहों पर मेनहोल पर ढक्कन भी नहीं लगे हैं. आगरा नगर निगम के अंतर्गत 100 वार्डों में 31 बड़े नाले, 447 छोटे, 19 अंडरग्राउंड नाले हैं. अपर नगर आयुक्त केबी सिंह ने बताया कि नगर निगम की सीमा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी नालों की साफ-सफाई मानसून आने से पहले ही करा दी गई थी. अधिकांश नालों की बाउंड्री बनायी गयी है.