आगरा: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तारीखों की अभी विधिवत घोषणा नहीं हुई है. हर पार्टी अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. दल बदलने की राजनीति भी जोरों पर है. कहीं टिकट की आस, तो कहीं पर सत्ता सुख की चाह में लोग दूसरी पार्टियों में शामिल हो रहे हैं. बुधवार को राजधानी लखनऊ में आगरा की खेरागढ़ विधानसभा सीट पर दो बार बसपा से विधायक रह चुके भगवान सिंह कुशवाह भाजपा में शामिल हो गए थे.
पूर्व विधायक के भाजपा की सदस्यता लेने से भगवा के एक खेमे में खुशी की लहर है, तो दूसरे खेमे में मायूसी है. माना जा रहा है कि पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाह के पार्टी में शामिल होने से भाजपा को फायदा होगा. यह बात अलग है कि जिस उम्मीद से पूर्व विधायक ने भाजपा का दामन थामा है. वो पूरा होता है या नहीं.
आगरा में भाजपा अपना कुनबा बढ़ाने में लगी है. लगातार कांग्रेस, बसपा और सपा के नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं. इस वजह से हर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की स्थिति पहले की तुलना में मजबूत हो रही है. दूसरे दलों में खलबली मची हुई है. यहां पर भाजपा के कई नेता विधानसभा चुनाव में अपनी उम्मीदवारी का दावा करने की तैयारी कर रहे हैं.
पूर्व विधायक भगवान सिंह कुशवाह के बीजेपी में शामिल होने के बाद कई कायस लगाए जा रहे हैं. भगवान सिंह कुशवाह डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबी माने जाते हैं. इसलिए लोगों को उम्मीद है कि उनको आगरा खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र का टिकट मिल सकता है. वो खेरागढ़ सीट से वर्ष 2007 और 2012 में दो बार बसपा की टिकट पर विधायक रह चुके हैं. अब वो खेमा नाखुश है, जिसके नेता बीजेपी के टिकट का दावा करने वाले थे.
खेरागढ़ विधानसभा के जातिगत आंकडे देखें, तो यहां पर भाजपा की पकड और मजबूत हुई है. यहां पर पहले से ही भाजपा के महेश गोयल विधायक हैं. इस सीट पर सबसे ज्यादा ठाकुर वोट हैं. मगर यहां पर ब्राह्मण, वैश्य, कुशवाह, जाटव और अन्य जाति के वोट भी पूरा प्रभाव रखते हैं.
ये हैं जातिगत वोट
जाति | मतदाताओं की संख्या |
ठाकुर | 75000 |
कुशवाह | 55000 |
जाटव | 49000 |
ब्राह्मण | 40000 |
वैश्य | 25000 |
जाट | 25000 |
त्यागी | 20000 |
कोहली | 20000 |
लोधी | 10000 |
गुर्जर, बघेल, कुम्हार, नाई, धोबी, खटीक, वाल्मीकि व अन्य जातियों के करीब एक लाख लोग हैं. अब देखना है कि इन नए समीकरण से निपटने के लिए दूसरी राजनीतिक पार्टियां क्या रणनीति बनाती हैं.
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