आगरा: पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama terror attack) में शहीद हुए आगरा के कौशल कुमार रावत की पत्नी ममता रावत और उनका परिवार गुरुवार को धरने पर बैठ गया. शहीद की पत्नी ममता रावत और बेटे अभिषेक रावत ने जिला प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि, वे लोग अधिकारियों की वादा खिलाफी से परेशान हो गए हैं.
दरअसल, पुलवामा आतंकी हमले शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान कौशल कुमार रावत की याद में उनके पैतृक गांव कहरनई में उनकी एक प्रतिमा लगाई गई है. लेकिन, एक साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद शहीद कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अनावरण नहीं हो सका है. इसके साथ ही स्कूल और गांव की सड़क का नामकरण भी शहीद के नाम पर करने का वादा भी अभी अधूरा है. इन वादों को पूरा करने के लिए शहीद का परिवार सीएम योगी से भी गुहार लगा चुका है.
शहीद कौशल कुमार रावत की पत्नी ममता रावत का कहना है कि, जब पति का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए गांव लाया गया था. उस समय पुलिस और प्रशासन के अधिकारी आए थे. प्रशासन के अधिकारियों ने परिवार से कई वादे किए थे. जिसमें गांव के स्कूल और सड़क का नाम शहीद के नाम पर करना, गांव में शहीद की प्रतिमा के लिए जमीन देना और अन्य आर्थिक मदद का वादा किया गया था. परिवार ने अपनी निजी जमीन पर शहीद की प्रतिमा का निर्माण कराया है. शहीद के बेटे अभिषेक रावत का कहना है कि, शहीद की प्रतिमा एक साल से अनावरण का इंतजार कर रही है. इसके अनावरण के लिए लखनऊ और आगरा के चक्कर काट रहे हैं. कई नेताओं से बात की. लेकिन, किसी नेता ने अभी तक शहीद की प्रतिमा के अनावरण का समय नहीं दिया.
बता दें कि, ताजगंज थाना के गांव कहरई निवासी कौशल कुमार रावत सीआरपीएफ में तैनात थे. उनकी तैनाती सीआरपीएफ की सिलीगुडी में बटालियन नंबर 115 में तैनाती थी. लेकिन, उनका स्थानांतरण सीआरपीएफ की बटालियन में किया गया था. 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के वाहनों पर आतंकी हमला किया. जिसमें कौशल कुमार समेत सीआरपीएफ के कई जवान शहीद हो गए.