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आगरा का संजलि हत्याकांड: तीन साल बाद भी परिवार को नहीं मिला न्याय

एक सिरफिरे ने वर्ष 2018 में आगरा में छात्रा को जिंदा जलाया था. वारदात (Agra Sanjali Murder Case) को हुए तीन साल गुजर चुके हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको अब तक न्याय नहीं मिला है.

Agra Sanjali Murder Case update
Agra Sanjali Murder Case update
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Published : Dec 17, 2021, 4:55 PM IST

Updated : Dec 17, 2021, 11:08 PM IST

आगरा: थाना मलपुरा क्षेत्र के लालऊ गांव में 18 दिसंबर 2018 को सिरफिरे ने स्कूल से लौट रही छात्रा के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. बेटी को इंसाफ दिलाने को मां-बाप ने सगे संबंधियों से भी नाता तोड़ दिया था. छात्रा की मां ने कहा कि तीन वर्ष बाद भी न्याय नहीं मिला.

जानकारी देती संजलि की मां अनीता


आगरा मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ निवासी 10वीं में पढ़ने वाली 15 वर्षीय संजलि 18 दिसंबर 2018 को साइकिल से घर लौट रही थी. गांव के पास बाइक सवारों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. एक स्कूल बस के चालक और राहगीरों ने संजलि की आग बुझाई थी. पुलिस ने उसको गंभीर हालत में एसएन में भर्ती कराया था. उसकी हालत नाजुक होने के कारण दिल्ली रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान संजलि ने दम तोड़ दिया था.



संजली की मौत के अगले दिन उसके रिश्ते के भाई योगेश ने खुदकुशी कर ली थी. पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर योगेश को मुख्य आरोपी बताया था. छानबीन में पाया गया कि उसने संजलि को जिंदा जला दिया था. पुलिस ने इस साजिश में शामिल योगेश के रिश्तेदार आकाश और विजय को जेल भेज दिया था. इस समय दोनों जमानत पर जेल के बाहर हैं.

संजली की मां अनीता ने कहा कि बेटी की हत्या के आरोपी राजीनामे के लिए दबाव बना रहे हैं. बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए हमने अपने सगे संबंधियों से नाता तोड़ लिया था, ताकि वो दबाव न बना सकें. संजलि के पिता हरेंद्र सिंह ने कहा कि उस समय सरकार और प्रशासन ने एससी एसटी आयोग से 10 लाख रुपये दिलाने का आश्वासन दिया गया था. जूता फैक्ट्री के मालिक ने भी मकान के साथ मदद दिलाने का आश्वासन दिया था. सरकार की ओर से मिले 5 लाख रुपये बेटी को इंसाफ दिलाने की लड़ाई में खर्च हो गए. परिवार की माली हालत ठीक नहीं है, फिर भी वो न्याय मिलने तक हार नहीं मानेंगे.

ये भी पढ़ें- संपत्ति हथियाने को लेकर पिता की हत्या, आरोपी युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार


आगरा का संजलि हत्याकांड उस वक्त चर्चा में आया था. इसे लेकर देश में कई स्थानों पर कैंडल मार्च भी निकाले गए थे. पुलिस ने चार दिन बाद हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए साजिश में शामिल दो आरोपियों आकाश और विजय को जेल भेजा था. संजलि हत्याकांड में मार्च 2019 में चार्जशीट दाखिल हुई थी.

मुकदमे में अप्रैल 2019 को आरोप तय किए गए थे. पुलिस ने 108 गवाह बनाए थे. इनमें संजली के माता-पिता, बड़ी बहन, ताऊ के अलावा पुलिसकर्मी शामिल हैं. माता-पिता समेत 15 लोगों की गवाही हो चुकी है. मुकदमे (Agra Sanjali Murder Case Update) की अगली सुनवाई अब 10 जनवरी को होगी. अदालत ने तत्कालीन थानाध्यक्ष विजय सिंह को तलब किया है.

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आगरा: थाना मलपुरा क्षेत्र के लालऊ गांव में 18 दिसंबर 2018 को सिरफिरे ने स्कूल से लौट रही छात्रा के ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी थी. बेटी को इंसाफ दिलाने को मां-बाप ने सगे संबंधियों से भी नाता तोड़ दिया था. छात्रा की मां ने कहा कि तीन वर्ष बाद भी न्याय नहीं मिला.

जानकारी देती संजलि की मां अनीता


आगरा मलपुरा थाना क्षेत्र के गांव लालऊ निवासी 10वीं में पढ़ने वाली 15 वर्षीय संजलि 18 दिसंबर 2018 को साइकिल से घर लौट रही थी. गांव के पास बाइक सवारों ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. एक स्कूल बस के चालक और राहगीरों ने संजलि की आग बुझाई थी. पुलिस ने उसको गंभीर हालत में एसएन में भर्ती कराया था. उसकी हालत नाजुक होने के कारण दिल्ली रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान संजलि ने दम तोड़ दिया था.



संजली की मौत के अगले दिन उसके रिश्ते के भाई योगेश ने खुदकुशी कर ली थी. पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर योगेश को मुख्य आरोपी बताया था. छानबीन में पाया गया कि उसने संजलि को जिंदा जला दिया था. पुलिस ने इस साजिश में शामिल योगेश के रिश्तेदार आकाश और विजय को जेल भेज दिया था. इस समय दोनों जमानत पर जेल के बाहर हैं.

संजली की मां अनीता ने कहा कि बेटी की हत्या के आरोपी राजीनामे के लिए दबाव बना रहे हैं. बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए हमने अपने सगे संबंधियों से नाता तोड़ लिया था, ताकि वो दबाव न बना सकें. संजलि के पिता हरेंद्र सिंह ने कहा कि उस समय सरकार और प्रशासन ने एससी एसटी आयोग से 10 लाख रुपये दिलाने का आश्वासन दिया गया था. जूता फैक्ट्री के मालिक ने भी मकान के साथ मदद दिलाने का आश्वासन दिया था. सरकार की ओर से मिले 5 लाख रुपये बेटी को इंसाफ दिलाने की लड़ाई में खर्च हो गए. परिवार की माली हालत ठीक नहीं है, फिर भी वो न्याय मिलने तक हार नहीं मानेंगे.

ये भी पढ़ें- संपत्ति हथियाने को लेकर पिता की हत्या, आरोपी युवक को पुलिस ने किया गिरफ्तार


आगरा का संजलि हत्याकांड उस वक्त चर्चा में आया था. इसे लेकर देश में कई स्थानों पर कैंडल मार्च भी निकाले गए थे. पुलिस ने चार दिन बाद हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए साजिश में शामिल दो आरोपियों आकाश और विजय को जेल भेजा था. संजलि हत्याकांड में मार्च 2019 में चार्जशीट दाखिल हुई थी.

मुकदमे में अप्रैल 2019 को आरोप तय किए गए थे. पुलिस ने 108 गवाह बनाए थे. इनमें संजली के माता-पिता, बड़ी बहन, ताऊ के अलावा पुलिसकर्मी शामिल हैं. माता-पिता समेत 15 लोगों की गवाही हो चुकी है. मुकदमे (Agra Sanjali Murder Case Update) की अगली सुनवाई अब 10 जनवरी को होगी. अदालत ने तत्कालीन थानाध्यक्ष विजय सिंह को तलब किया है.

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Last Updated : Dec 17, 2021, 11:08 PM IST
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