आगराः जिले में गुरुवार को एक बच्ची डेंगू पॉजिटिव मिली है. डेंगू का पहला मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है. वहीं, हीमोग्लोबिन की कमी होने पर बालिका को एसएन मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड में भर्ती कराया गया है. सीएमओ ने निजी लैब संचालकों को तत्काल डेंगू और मलेरिया के मरीजों की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजने के निर्देश दिए हैं.
जिला मलेरिया अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि, खेरागढ़ ब्लॉक के गांव बुरहरा निवासी 12 वर्षीय बच्ची को तेज बुखार होने पर एसएन मेडिकल कॉलेज के डेंगू वार्ड में भर्ती कराया था. बालिका में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर 27 अगस्त को डेंगू और मलेरिया की जांच कराई गई. जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं, सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने लोगों से अपील की है कि बुखार आने पर डेंगू और मलेरिया की भी जांच कराएं. इसके साथ ही निजी लैब संचालकों को डेंगू और मलेरिया की जांच रिपोर्ट का ब्योरा स्वास्थ्य विभाग को देने के निर्देश जारी किए गए हैं. डेंगू और मलेरिया को लेकर एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड भी तैयार किए गए हैं.
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सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि, अपने घर के कूलर, छत के साथ ही आसपास पानी जमा न होने दें. इस पानी में मच्छर पनपते हैं. इसलिए साफ सफाई रखें. मकान के दरवाजों व खिड़कियों पर जाली लगवाएं, मच्छरदानी का नियमित प्रयोग करें. इसके साथ ही पूरी बांह वाली शर्ट और पैंट पहनें.
बुखार में ये लक्षण हो सकते हैं खतरनाक
- 104 फेरेनाइट से अधिक बुखार
- बुखार के साथ ही दौरे पड़ना
- शरीर नीला पड़ जाना
- बुखार में बच्चा बेहोश होना
- शरीर पर नीले या लाल चकते बनना
- तेज बुखार में उल्टी आना
अगर बीते कुछ सालों में डेंगू के मरीजों के आंकड़ों पर नजर डाले तो साल 2021 सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज सामने आए थे. वहीं, 2020 में 25 मरीजों की पुष्टि हुई थी. 2019 में 144 और 2018 में 190 मरीज सामने आए थे.
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