आगरा: शनिवार को ताजनगरी आगरा में कोरोना संक्रमित एक महिला की और मौत हो गई. जिले में कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या नौ पहुंच गई है. प्रदेश में कोरोना संक्रमित की संख्या और कोरोना संक्रमितों की मौत के मामले में आगरा टॉप पर है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और कागजी रणनीति से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. इसके साथ ही जिले में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा भी तेजी से बढ़ गया है.
बता दें कि ताजगंज निवासी 55 वर्षीय महिला की 23 अप्रैल 2020 को कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. शनिवार दोपहर एक बजे गंभीर हालत में महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे एसएन मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया गया. एसएन मेडिकल कॉलेज में दोपहर 1:40 बजे महिला की मौत हो गई. एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का दावा है कि महिला की मौत रेस्पिरेट्री फेलियर होने की वजह से हुई है.
डीएम प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि एसएन मेडिकल कॉलेज में शनिवार को एक कोरोना संक्रमित महिला की मौत हुई है. जिले में अब कोरोना संक्रमितों की मौत की संख्या 9 हो गई है, जबकि कोरोना पॉजिटिव की संख्या 371 है.
आगरा में मौत के आंकड़े
- 8 अप्रैल 2020 को कोरोना संक्रमित 76 वर्षीय कमला नगर की महिला की एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हुई.
- 12 अप्रैल 2020 को शिकोहाबाद निवासी 55 वर्षीय सावित्री देवी की पारस हॉस्पिटल में मौत हुई थी. वह कोरोना पॉजिटिव थी और फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित थी.
- 13 अप्रैल 2020 को फर्रुखाबाद निवासी 48 वर्षीय रुबीना की पारस हॉस्पिटल में मौत हुई थी. वह कोरोना पॉजिटिव थी.
- 14 अप्रैल 2020 को एसएन मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती शास्त्रीपुरम निवासी मनीष राठौर की मौत हो गई थी. उसकी मौत के बाद कोरोना की रिपोर्ट आई थी.
- 18 अप्रैल 2020 को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती दिल्ली निवासी 65 वर्षीय जमाती की मौत हुई थी.
- 24 अप्रैल 2020 को सर्राफा कारोबारी की कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई, जबकि 21 अप्रैल को सर्राफा कारोबारी की मौत हो गई थी.
- 24 अप्रैल 2020 को ताजगंज के 35 वर्षीय युवक की कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई. युवक की 21 अप्रैल को मौत हो गई थी.
- 25 अप्रैल 2020 को ताजगंज की कोरोना संक्रमित 55 वर्षीय महिला की मौत हुई.
आगरा में हर दिन हालात कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने और संक्रमितों की मौत से डरावने हो रहे हैं. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का आगरा मॉडल फेल है. बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं.