नई दिल्ली: इंडिगो ने तुर्की एयरलाइंस के साथ साझेदारी में इस्तांबुल के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) के लिए कोडशेयर उड़ानें शुरू करने की घोषणा की. यह घोषणा एयरलाइन कंपनी के अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी के विस्तार के प्रयास का हिस्सा है. ये उड़ानें, तुर्की एयरलाइंस के साथ कोडशेयर साझेदारी में 15 जून से न्यूयॉर्क, बोस्टन, शिकागो और वाशिंगटन के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करेंगी. यह जानकारी शुक्रवार को एक प्रेस रिलिज में दी गई.
इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए इंडिगो ग्लोबल सेल्स के प्रमुख विनय मल्होत्रा ने कहा, 'अटलांटिक से अमेरिका तक पहली बार टर्किश एयरलाइंस के साथ अपनी कोडशेयर साझेदारी का विस्तार करते हुए हम रोमांचित हैं. न्यूयॉर्क, बोस्टन, शिकागो और वाशिंगटन अपने सांस्कृतिक महत्व, प्रतिष्ठित स्थलों और जीवंत जीवन शैली के लिए प्रसिद्ध हैं.' बता दें कि इंडिगो पहले से ही 33 गंतव्यों के लिए कोडशेयर कनेक्शन प्रदान करता है.
क्या है कोडशेयरिंग फ्लाइट?
कोडशेयरिंग एक एयरलाइन के लिए उसके यात्रियों को साथी एयरलाइंस के साथ टिकट बुक करने की अनुमति देता है. साथ ही ऐसी जगहों के लिए यात्रा सुविधा प्रदान करता है, जहां उसकी सर्विस नहीं है. इंडिगो जिसके पास 300 से अधिक विमान हैं, उसकी विदेशी कनेक्टिविटी विस्तार करने की खबर ऐसे समय में आई है, जब टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया अपने बेड़े के साथ-साथ रूट का भी विस्तार कर रही है.
इंडिगो को ₹919.2 करोड़ का मुनाफा
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो का संचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड ने गुरुवार को इस अवधि के दौरान हवाई यात्रा की मजबूत मांग के कारण मार्च तिमाही में 919.2 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभ दर्ज किया है. यह आकड़ा ऐसे समय में आया है जब 2019 कोविड के बाद से लोग जमकर हवाई यात्रा का लुत्फ ले रहे हैं. नागरिक उड्डयन नियामक महानिदेशालय के दिए आकड़ों से पता चलता है कि प्रतिदिन 420,000 लोग हवाई यात्रा कर रहे हैं.
कोविड के चलते एयरलाइन हुआ था प्रभावित
तिमाही के दौरान एयरलाइन की कुल आय सालाना आधार पर 78 फीसदी बढ़कर 14,600 करोड़ रुपये हो गई. वहीं, 2021-22 की मार्च तिमाही में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते हवाई यात्राएं प्रभावित हुई थी. नतीजतन, कंपनी ने एक साल पहले इसी तिमाही में 1681.8 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 8207.5 करोड़ रुपये की कुल आय दर्ज की थी.