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कारपोरेट कर कटौती से शीर्ष 1,000 कंपनियों को होगी 37,000 करोड़ रुपये की बचत: क्रिसिल

क्रिसिल रिसर्च ने कहा, पिछले कुछ दिन में भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है. शुक्रवार को की गई घोषणा का सबसे व्यापक असर होगा. हमारे विश्लेषण के अनुसार कॉरपोरेट कर में कटौती से इन 1,000 कंपनियों को 37,000 करोड़ रुपये की बचत होगी.

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Published : Sep 23, 2019, 12:36 PM IST

Updated : Oct 1, 2019, 4:29 PM IST

कारपोरेट कर कटौती से शीर्ष 1,000 कंपनियों को होगी 37,000 करोड़ रुपये की बचत: क्रिसिल

नई दिल्ली: क्रिसिल रिसर्च ने कहा है कि सरकार के कॉरपोरेट कर में कटौती के फैसले से शीर्ष 1,000 सूचीबद्ध कंपनियों को 37,000 करोड़ रुपये की कर बचत होगी.

क्रिसिल रिसर्च ने बयान में कहा, "पिछले कुछ दिन में भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है. शुक्रवार को की गई घोषणा का सबसे व्यापक असर होगा. हमारे विश्लेषण के अनुसार कॉरपोरेट कर में कटौती से इन 1,000 कंपनियों को 37,000 करोड़ रुपये की बचत होगी. यह सरकार के कुल बचत अनुमान का करीब 25 प्रतिशत बैठता है."

बयान में कहा गया है कि कर दर में कटौती से भारत अब ज्यादातर एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के समकक्ष आ गया है.

ये भी पढ़ें- कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती का असर कायम, सेंसेक्स 1200 अंक चढ़ा

क्रिसिल रिसर्च का विश्लेषण 80 से अधिक क्षेत्रों की 1,000 कंपनियों पर आधारित है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बाजार पूंजीकरण में इन कंपनियों का हिस्सा 70 प्रतिशत बैठता है. विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले पांच साल के दौरान प्रभावी कर की दर बढ़ी है.

इन कंपनियों में तेल एवं गैस तथा वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं. भारतीय कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले कर का करीब एक-तिहाई इन कंपनियों द्वारा चुकाया जाता है.
यह आकलन वित्त वर्ष 2018-19 के कर पूर्व लाभ पर आधारित है.

एक बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर को घटाकर 25.17 प्रतिशत कर दिया. इनमें घरेलू कंपनियों पर लगने वाले सभी उपकर और अधिभार भी शामिल हैं.

नई दिल्ली: क्रिसिल रिसर्च ने कहा है कि सरकार के कॉरपोरेट कर में कटौती के फैसले से शीर्ष 1,000 सूचीबद्ध कंपनियों को 37,000 करोड़ रुपये की कर बचत होगी.

क्रिसिल रिसर्च ने बयान में कहा, "पिछले कुछ दिन में भारतीय अर्थव्यवस्था की सुस्ती को दूर करने के लिए कई उपायों की घोषणा की गई है. शुक्रवार को की गई घोषणा का सबसे व्यापक असर होगा. हमारे विश्लेषण के अनुसार कॉरपोरेट कर में कटौती से इन 1,000 कंपनियों को 37,000 करोड़ रुपये की बचत होगी. यह सरकार के कुल बचत अनुमान का करीब 25 प्रतिशत बैठता है."

बयान में कहा गया है कि कर दर में कटौती से भारत अब ज्यादातर एशियाई अर्थव्यवस्थाओं के समकक्ष आ गया है.

ये भी पढ़ें- कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती का असर कायम, सेंसेक्स 1200 अंक चढ़ा

क्रिसिल रिसर्च का विश्लेषण 80 से अधिक क्षेत्रों की 1,000 कंपनियों पर आधारित है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बाजार पूंजीकरण में इन कंपनियों का हिस्सा 70 प्रतिशत बैठता है. विश्लेषण से पता चलता है कि पिछले पांच साल के दौरान प्रभावी कर की दर बढ़ी है.

इन कंपनियों में तेल एवं गैस तथा वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं. भारतीय कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले कर का करीब एक-तिहाई इन कंपनियों द्वारा चुकाया जाता है.
यह आकलन वित्त वर्ष 2018-19 के कर पूर्व लाभ पर आधारित है.

एक बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने शुक्रवार को कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर को घटाकर 25.17 प्रतिशत कर दिया. इनमें घरेलू कंपनियों पर लगने वाले सभी उपकर और अधिभार भी शामिल हैं.

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Last Updated : Oct 1, 2019, 4:29 PM IST
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