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गोरखपुर : चौरी चौरा के मासूम निर्मल का विशेष योग

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Published : Jun 22, 2019, 11:35 PM IST

यूपी के गोरखपुर जिले के चौरी चौरा तहसील परिसर में विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस योग कार्यक्रम में कम उम्र के बच्चों ने भाग लिया. इसमें सबसे अधिक अच्छा प्रदर्शन एक 12 वर्षीय निर्मल का रहा.

चौरी चौरा के मासूम निर्मल का विशेष योग

गोरखपुर: जिले के चौरी चौरा तहसील परिसर में पतंजलि आरोग्य केंद्र की तरफ से विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस योग कार्यक्रम में कम उम्र के बच्चों ने भाग लिया. यह कार्यक्रम पतंजलि आरोग्य केंद्र चौरी चौरा की तरफ से किया गया.

चौरी चौरा तहसील में बच्चे ने कराया योग

चौरी चौरा तहसील में मासूम निर्मल का विशेष योग

  • निर्मल ने बताया कि मैंने योग अपने पिता से बचपन से सीखा है.
  • निर्मल ने कहा कि पहले मुझे योग के बारे में पता नहीं था.
  • निर्मल ने बताया कि वह योग करने मुंबई, कलकत्ता, दिल्ली तक गया है.
  • योग कार्यक्रम में राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोग शामिल हुए.
  • योग कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तहसीलदार चौरी चौरा ने लोगों को धन्यवाद दिया.

हम पतंजलि से 2003 में उस समय जुड़े जब स्वामी रामदेव लखनऊ में पहली बार योग का शिविर कर रहे थे. हमने देखा कि योग दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है. हमने 2007 में हरिद्वार जाकर स्वामी रामदेव के साथ योग का प्रशिक्षण लिया. उसके बाद चौरी चौरा में आकर लोगों को योग सिखाने लगा. योग से रोग दूर हो जाते हैं और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है.

योग शिक्षक

यह कार्यक्रम 17 जून से चल रहा था. अंतरष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष योग का कार्यक्रम किया गया है. इसमें लगातार पिछले पांच दिनों से हम लोग हिस्सा ले रहे थे. यह कार्यक्रम एसडीएम और तहसीलदार के संरक्षक में कराया गया है.

अवनीश मणि, वरिष्ठ अधिवक्ता

गोरखपुर: जिले के चौरी चौरा तहसील परिसर में पतंजलि आरोग्य केंद्र की तरफ से विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस योग कार्यक्रम में कम उम्र के बच्चों ने भाग लिया. यह कार्यक्रम पतंजलि आरोग्य केंद्र चौरी चौरा की तरफ से किया गया.

चौरी चौरा तहसील में बच्चे ने कराया योग

चौरी चौरा तहसील में मासूम निर्मल का विशेष योग

  • निर्मल ने बताया कि मैंने योग अपने पिता से बचपन से सीखा है.
  • निर्मल ने कहा कि पहले मुझे योग के बारे में पता नहीं था.
  • निर्मल ने बताया कि वह योग करने मुंबई, कलकत्ता, दिल्ली तक गया है.
  • योग कार्यक्रम में राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोग शामिल हुए.
  • योग कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तहसीलदार चौरी चौरा ने लोगों को धन्यवाद दिया.

हम पतंजलि से 2003 में उस समय जुड़े जब स्वामी रामदेव लखनऊ में पहली बार योग का शिविर कर रहे थे. हमने देखा कि योग दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी है. हमने 2007 में हरिद्वार जाकर स्वामी रामदेव के साथ योग का प्रशिक्षण लिया. उसके बाद चौरी चौरा में आकर लोगों को योग सिखाने लगा. योग से रोग दूर हो जाते हैं और मस्तिष्क स्वस्थ रहता है.

योग शिक्षक

यह कार्यक्रम 17 जून से चल रहा था. अंतरष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष योग का कार्यक्रम किया गया है. इसमें लगातार पिछले पांच दिनों से हम लोग हिस्सा ले रहे थे. यह कार्यक्रम एसडीएम और तहसीलदार के संरक्षक में कराया गया है.

अवनीश मणि, वरिष्ठ अधिवक्ता

Intro:
चौरी चौरा।तहसील परिसर में विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।इस कार्यक्रम में तहसील क्षेत्र के राजनीतिक और गैर राजनीतिक लोगो के अलावा एसडीएम चौरी चौरा त्रिवेणी प्रसाद वर्मा तहसीलदार रत्नेश तिवारी ,वरिष्ठ अधिवक्ता अवनीश मणि त्रिपाठी सहित अनेक राजस्व कर्मी भी मौजूद रहे।इस योग कार्यक्रम में कम उम्र के बच्चों ने भी भाग लिया।जिसमें सबसे अधिक अच्छा प्रदर्शन एक बारह वर्ष निर्मल निवासी चौरा का रहा।निर्मल में बताया कि मैंने योगा अपने पिता से बचपन से सीखा है। पहले मुझे नही पता था।लेकिन मुझे बाद में पता चला कि मैं योगा कर लेता हूँ।निर्मल ने बताया कि वह योगा करने बम्बई कलकत्ता दिल्ली तक योगा किये।
Body:यह कार्यक्रम पतंजलि आरोग्य केंद्र चौरी चौरा के तरफ से किया गया ।संचालक ने बताया कि पतंजलि हम पतंजलि से 2003 में उस समय जुड़े जब स्वामी रामदेव लखनऊ में पहली बार योग का शिविर कर रहे थे।हमने देखा कि योग दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी चीज है।2003 से योग करने लगा ।2007 में हरिद्वार जाकर स्वामी रामदेव के साथ योग का प्रशिक्षण लिया।उसके बाद चौरी चौरा में आकर लोगो को योग सीखने लगा।योग से पूरा शरीर दुरोग होता है।मस्तिष्क स्वस्थ रहता है।जब शरीर और मस्तिष्क दोनो निरोग रहता है।तो व्यक्ति के अंदर कोई बुराई ब्यसन नही रहेगा।इसलिए मैं सबको सिखाता हूँ।शरीर को जितना लाभ मिलता है उससे कही ज्यादा लाभ मन से मिलता है।आज व्यक्ति शरीर से भी अकड़ता जा रहा है और मन से भी अकड़ता जा रहा है।आज लोगो के अंदर हम इतना ज्यादा है कि शरीर जल जाता है मर जाता है।लेकिन हम नही जाता है।उसे दूर करने का उपाय योग है।उसी को योग और हठयोग कहते है।Conclusion:
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए तहसीलदार चौरी चौरा रत्नेश तिवारी ने लोगो को धन्यवाद दिया।तहसीलदार ने कहा तहसील परिसर में जनसामान्य लोगो का आवागमन अधिक होता है इस लिए इस परिसर को चुना गया ।योग का मतलब जोड़ होता है।योग हमारी पुरानी परंपरा है जिसको जगत ने मान्यता दी है।


वरिष्ठ अधिवक्ता अवनीश मणि ने बताया यह कार्यक्रम पिछले 17 जून से चल रहा था।आज अंतरष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष योग का कार्यक्रम किया गया है।जिसमे लगातार पिछले पांच दिनों से हम लोग हिस्सा ले रहे थे।यह कार्यक्रम एसडीएम और तहसीलदार के संरक्षक में कराया गया है।
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