मथुरा : किशोरी रमण मंदिर के सामने चार दिन पहले पुजारी तो थैले में बंद नवजात मिला था. जिसके बाद एक महिला ने उस बच्चे को पालने की जिम्मेदारी ले ली और अपने साथ ले गई. वहीं अब पुलिस नवजात को शिशु सदन भेजने के लिए कह रही है, लेकिन बच्चे का तीन से लालन-पालन कर रही महिला उसे छोड़ने को तैयार नहीं है.
क्या है मामला
- चार दिन पहले राधा कुंड छोटी परिक्रमा मार्ग के किशोरी रमण मंदिर के सामने एक मासूम को पत्थर दिल मां भगवान भरोसे थैले में बंद कर छोड़कर चली गई थी.
- वहीं जब मंदिर के पुजारी हरिओम कौशिक को अबोध बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी. उन्होंने अपने भाई के सहयोग से थैला खोल कर देखा तो उसमें करीब नवजात बच्चा रो रहा था.
- पुजारी ने मंदिर के आसपास बच्चे की मां को तलाशना शुरू किया, लेकिन दूर दूर तक कोई दिखाई नहीं दिया.
- सूचना पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही बच्चे की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ जमा हो गई. तभी राधा कुंड छोटी परिक्रमा में रह रही महिला आरती ने नवजात को अपनी गोद में लेकर पालन पोषण की जिम्मेदारी ले ली.
- वहीं मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी महिला को ही बच्चे को पालने की जिम्मेदारी सौंप दी, लेकिन तीन दिन बाद ही थाना पुलिस ने बच्चे का पालन करने वाली युक्ति को बुलाकर बच्चे को शिशु सेवा सदन मथुरा करने के लिए कहा.
- इस पर महिला आरती सहित उसके पिता राजू व अन्य सभी हैरान हो गए.सभी लोग बच्चे को छोड़ने को तैयार नहीं थे.
महिला का कहना है कि बच्चा अगर तुरंत परवरिश में ना लिया होता तो वह नहीं बचता. उन्होंने उसको चिकित्सक को भी दिखाया था मगर अब पुलिस उनसे बच्चा छीनकर शिशु सदन भेजने पर आमादा है. बच्चे से बिछड़ने के नाम से ही महिला रोने लग रही है.