मथुरा: विकासखंड राया के दर्जनों गांव में पशुओं के खुरपका मुंहपका जैसी भयंकर बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इस टीकाकरण अभियान के तहत पशु चिकित्सकों की कई टीमें घर-घर जाकर पशुओं को टीका लगा रही है.
खुरपका और मुंहपका रोग ऐसा रोग है, जिससे सबसे अधिक पशु प्रभावित होते हैं. पशु चिकित्सा विभाग द्वारा इस बीमारी से जानवरों को बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इस बीमारी से पशुओं को दिक्कतें होती हैं. वहीं पशुपालकों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. बीमारी से ग्रसित पशुओं से दुग्ध का उत्पादन काफी कम हो जाता है.
राया विकासखंड के दर्जनों गांव में पशुओं की खुरपका मुंहपका जैसी भयंकर बीमारियों से बचाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा टीकाकरण अभियान कराया जा रहा है. इस टीकाकरण अभियान के तहत पशु विभाग के चिकित्सकों की कई टीमें घर-घर जाकर पशुओं को टीका लगा रही है. राजकीय पशु चिकित्सालय राया प्रभारी डॉक्टर केवी सिंह का कहना है कि यह बीमारी पशुओं में एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलती है और हवा के साथ उसका वायरस फैलता है, जो पशु के लिए जानलेवा बीमारी है. इसके लिए 40 परसेंट पशुओं में टीकाकरण हो चुका है और अभियान लगातार जारी है.
पशु चिकित्साधिकारी केवी सिंह ने बताया कि पशुपालक टीकाकरण के प्रति जागरूकता दिखाएं और जानवरों को खुरपका एवं मुंहपका की बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं. उन्होंने बताया कि पशुपालक टीकाकरण के बाद दूध कम होने की शिकायत करते हैं, जबकि यह असर कुछ दिन ही रहता है और उसके पास फिर से दूध बढ़ जाता हैं. जबकि यदि बीमारी से पशु ग्रसित हो गया तो इससे अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है. टीकाकरण के लिए जनपद के प्रत्येक ब्लाक में दो टीमें लगाई गईं हैं, जो गांव-गांव जाकर पशुओं का टीकाकरण कर रही हैं.
इन दिनों पशुपालन विभाग द्वारा राया विकासखंड के दर्जनों गांव में पशुओं के खुरपका-मुंहपका जैसी भयंकर बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है.