आगरा: ताजनगरी गैस चैंबर बन गई है. यहां का एक्यूआई 400 पार हो गया है. ऐसे में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) ने मंगलवार को जल निगम, आगरा स्मार्ट सिटी और आगरा विकास प्राधिकरण पर 32-32 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. यूपीपीसीबी ने तीनों विभागों को नोटिस दिया है. नोटिस में कहा गया है कि निर्देश के बावजूद भी तीनों विभाग धूल नियंत्रण नहीं कर रहे हैं. यूपीपीसीबी आगरा में अगस्त से लेकर अब तक पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में 96 लाख रुपये वसूलेगा.
भेजा गया नोटिस
यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि जल निगम, स्मार्ट सिटी और एडीए को लगातार धूल नियंत्रण के लिए नोटिस भेजा गया. हर बार के निरीक्षण में धूल नियंत्रण के उपाय नहीं मिले. टीम को हर साइट पर धूल के गुबार उड़ते मिले. इस पर वसूली का नोटिस दिया है. बता दें कि आगरा स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों में धूल नियंत्रण के उपाय न मिलने पर नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे स्मार्ट सिटी के ठेकेदारों पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगा चुके हैं. फिर भी ठेकेदार और कार्यदाई संस्थाएं बढ़ते प्रदूषण के साथ धूल-मिट्टी के कणों का नियंत्रण नहीं कर रही हैं.
यहां पर मिली लापरवाही
शहर में जल निगम की ओर से सीवर लाइन की खुदाई का काम कराया जा रहा है. जिसके तहत शहर के पूरे वेस्टर्न जोन, बोदला, पश्चिमपुरी, दहतोरा, लोहामंडी रोड पर खुदाई में धूल नियंत्रण के उपाय नहीं किए.
चल रहा निर्माण कार्य
आगरा स्मार्ट सिटी के तहत फतेहाबाद रोड पर चौड़ीकरण और सुंदरीकरण का काम, ताजगंज में पानी और सीवर लाइन बिछाने का कार्य चल रहा है. इन क्षेत्रों में धूल नियंत्रण के लिए न पानी का छिड़काव किया और न ही पर्दे लगाए. आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से इनर रिंग रोड का निर्माण कराया जा रहा है. यहां पर रखी निर्माण सामग्री से उड़ती धूल रोकने के कदम नहीं उठाए.
आगरा में मंगलवार को एक्यूआई 415 रहा
यहां एक्यूआई सोमवार के मुकाबले भले ही कम हुआ मगर, लोगों की सांसों पर संकट बना हुआ है. आंखों में जलन, रेडनेस और अन्य परेशानी लोगों को सता रही है.