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बिजली कंपनियों को ये प्रस्ताव हुआ अस्वीकार, उपभोक्ताओं को होगा लाभ

उत्तर प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. राज्य के लोगों को अब महंगी बिजली का झटका नहीं लगेगा. बिजली कंपनियों के बिजली बढ़ाने के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग ने अस्वीकार कर दिया है. अब इस साल बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे.

यूपी में नहीं बढ़ेंगी बिजली दरें
यूपी में नहीं बढ़ेंगी बिजली दरें
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Published : Nov 11, 2020, 3:17 PM IST

लखनऊ: दीपावली से पहले प्रदेश वासियों के लिए बड़ी राहत की खबर है. महंगाई के दौर में अब प्रदेशवासियों को महंगी बिजली का झटका नहीं लगेगा. विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है. अब इस साल बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे. बिजली की वर्तमान दरें ही लागू रहेंगी. लोगों को पहले की ही तरह बिजली का बिल चुकाना होगा.

ट्रांसमिशन टैरिफ में 11 पैसे की कमी

विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह ने वार्षिक राजस्व आवश्यकता टैरिफ प्रस्ताव सहित कई परिवर्तन किए हैं. उन्होंने 2018-19 के लिए दाखिल ट्रूवर पर बैठक कर अपना फैसला सुनाया. उन्होंने आदेश जारी किया कि इस साल बिजली दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. वर्तमान टैरिफ ही आगे भी लागू रहेगा. इसके अलावा पावर ट्रांसमिशन कंपनी की तरफ से 34 पैसा प्रति यूनिट ट्रांसमिशन टैरिफ का प्रस्ताव दिया गया था. आयोग ने उसे भी सिर्फ 23 पैसा प्रति यूनिट ही अनुमोदित किया है. आयोग के इस कदम से प्रदेश के उपभोक्ताओं को बहुत सहूलियत मिली है.

स्लैब में नहीं होगा कोई परिवर्तन

बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग में बिजली दर बढ़ाने के लिए प्रस्ताव दाखिल किया था. इनमें ग्रामीण, घरेलू, शहरी और औद्योगिक उपभोक्ताओं की बिजली दरों में बढ़ोतरी का स्लैब बनाकर नियामक आयोग को भेजा गया था. इस पर दो बार मंथन भी हुआ. उपभोक्ता परिषद ने बिजली कंपनियों के प्रस्ताव का नियामक आयोग में खंडन किया. पहले से ही महंगी बिजली दरों की मार झेल रहे लोगों ने भी बिजली का बिल और न बढ़ाने की मांग की थी. अब नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के इस प्रस्ताव को ठुकरा कर आम जनता को दीपावली से पहले बड़ी सौगात दी है.

लखनऊ: दीपावली से पहले प्रदेश वासियों के लिए बड़ी राहत की खबर है. महंगाई के दौर में अब प्रदेशवासियों को महंगी बिजली का झटका नहीं लगेगा. विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के बिजली दर बढ़ाने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है. अब इस साल बिजली के दाम नहीं बढ़ेंगे. बिजली की वर्तमान दरें ही लागू रहेंगी. लोगों को पहले की ही तरह बिजली का बिल चुकाना होगा.

ट्रांसमिशन टैरिफ में 11 पैसे की कमी

विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन आरपी सिंह ने वार्षिक राजस्व आवश्यकता टैरिफ प्रस्ताव सहित कई परिवर्तन किए हैं. उन्होंने 2018-19 के लिए दाखिल ट्रूवर पर बैठक कर अपना फैसला सुनाया. उन्होंने आदेश जारी किया कि इस साल बिजली दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा. वर्तमान टैरिफ ही आगे भी लागू रहेगा. इसके अलावा पावर ट्रांसमिशन कंपनी की तरफ से 34 पैसा प्रति यूनिट ट्रांसमिशन टैरिफ का प्रस्ताव दिया गया था. आयोग ने उसे भी सिर्फ 23 पैसा प्रति यूनिट ही अनुमोदित किया है. आयोग के इस कदम से प्रदेश के उपभोक्ताओं को बहुत सहूलियत मिली है.

स्लैब में नहीं होगा कोई परिवर्तन

बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग में बिजली दर बढ़ाने के लिए प्रस्ताव दाखिल किया था. इनमें ग्रामीण, घरेलू, शहरी और औद्योगिक उपभोक्ताओं की बिजली दरों में बढ़ोतरी का स्लैब बनाकर नियामक आयोग को भेजा गया था. इस पर दो बार मंथन भी हुआ. उपभोक्ता परिषद ने बिजली कंपनियों के प्रस्ताव का नियामक आयोग में खंडन किया. पहले से ही महंगी बिजली दरों की मार झेल रहे लोगों ने भी बिजली का बिल और न बढ़ाने की मांग की थी. अब नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों के इस प्रस्ताव को ठुकरा कर आम जनता को दीपावली से पहले बड़ी सौगात दी है.

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