लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने वरिष्ठ साहित्यकार एवं विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की पुस्तक ‘मधु अभिलाषा’ और ‘हिंद स्वराज्य का पुनर्पाठ’ का विमोचन किया. विश्वेश्वरैया हाल में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में नाईक ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दीक्षित की पुस्तक ‘मधु अभिलाषा’ और ‘हिंद स्वराज्य का पुनर्पाठ’ वास्तव में समाज को दृष्टि देने वाली सामयिक एवं प्रासंगिक पुस्तक है. उन्होंने कहा कि दीक्षित का लेखन सरल होता है पर विषय गंभीर होते हैं तथा वे सन्दर्भ भी बड़े प्रमाणिक ढंग से प्रस्तुत करते हैं.
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए 'मधु अभिलाषा' और ‘हिंद स्वराज्य का पुनर्पाठ’ के बारे में बताया.
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नायक ने कहा
- विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने वास्तव में समाज को दृष्टि देने वाली सामाजिक एवं प्रासंगिक पुस्तकें लिखी हैं.
- गीता, रामायण, कुरान, बाइबल और अन्य पुस्तकों के बारे में अनेक लोगों ने लिखा है, पर लेखक लिखने के बाद नई-नई बातें सामने आती हैं.
- उसी प्रकार दीक्षित जी ने भी नई चीजों को अपनी पुस्तकों के माध्यम से प्रस्तुत किया है.
- देश महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है.
- ऐसे अवसर पर ‘हिंद स्वराज्य का पुनर्पाठ’ पुस्तक लोगों के लिए काफी प्रेरणादायक साबित होगी.
इस अवसर पर न्यायमूर्ति सभी कुल हसनैन राष्ट्रधर्म के संपादक ओम प्रकाश पांडे ने भी पुस्तक के बारे में अपने विचार व्यक्त किए. प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप दुबे ने पुस्तकों का परिचय कराया और कार्यक्रम का संचालन प्रकाश मिश्र ने किया.