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अब सरकार तय करेगी यूजी और पीजी के छात्रों का प्रमोशन

लखनऊ यूनिवर्सिटी में छात्रों का प्रमोशन अब सरकार के हाथ में हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है. अगर ऐसा हो जाता है तो 50 हजार छात्रों को इसका लाभ मिलेगा.

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Published : Apr 27, 2021, 9:42 AM IST

लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय के यूजी और पीजी के प्रथम सेमेस्टर के छात्र प्रमोट होंगे या नहीं, यह अब सरकार और शासन तय करेगा. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन छात्रों को प्रमोट करने के संबंध में शासन को पत्र भेज दिया है. प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने मौजूदा कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए हाल ही में छात्र हित को ध्यान में रखते हुए स्नातक और परास्नातक के पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं को न करवाकर छात्रों को प्रमोट करने की अनुमति देने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन से अनुग्रह किया है.

यह भी पढ़ें: यूपी में 18 वर्ष से अधिक के टीकाकरण की तैयारियां शुरू, सीएम ने की समीक्षा बैठक

जल्द आएंगे अन्य परीक्षाओं के नतीजे

विश्वविद्यालय ने स्नातक के तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की परीक्षाएं कोरोना महामारी की दूसरी लहर आने से पहले ही करा लिए थे. परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एएम सक्सेना ने बताया कि स्नातक के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाओं के परिणाम बहुत जल्द घोषित कर दिए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बीए ऑनर्स, प्राचीन भारतीय इतिहास, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, समाज कार्य, मनोविज्ञान और हिंदी, बीए, बीएससी और बी.कॉम के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर के परिणाम पर कार्य लगभग समाप्त हो चुका है. उम्मीद है कि सोमवार देर शाम तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in पर रिजल्ट अपलोड कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले कई हफ्तों से परीक्षा विभाग के सभी कर्मचारी इसी कार्य में जुटे हैं और विश्वविद्यालय कोरोना महामारी से जूझते हुए भी पूरी तरह से परीक्षा के परिणामों को बिना किसी त्रुटि के जारी करने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं.

50 हजार से ज्यादा छात्रों को मिलेगा लाभ

वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय और उससे जुड़े करीब 170 कॉलेजों के 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं प्रथम सेमेस्टर में हैं. अगर सरकार की ओर से प्रमोट होने के संबंध में आदेश जारी हो जाते हैं, तो इन्हें काफी लाभ मिलेगा. मौजूदा हालातों में प्रमोट होने की उम्मीद ज्यादा है.

लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय के यूजी और पीजी के प्रथम सेमेस्टर के छात्र प्रमोट होंगे या नहीं, यह अब सरकार और शासन तय करेगा. विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन छात्रों को प्रमोट करने के संबंध में शासन को पत्र भेज दिया है. प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने मौजूदा कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए हाल ही में छात्र हित को ध्यान में रखते हुए स्नातक और परास्नातक के पहले सेमेस्टर की परीक्षाओं को न करवाकर छात्रों को प्रमोट करने की अनुमति देने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन से अनुग्रह किया है.

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जल्द आएंगे अन्य परीक्षाओं के नतीजे

विश्वविद्यालय ने स्नातक के तीसरे और पांचवे सेमेस्टर की परीक्षाएं कोरोना महामारी की दूसरी लहर आने से पहले ही करा लिए थे. परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर एएम सक्सेना ने बताया कि स्नातक के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की परीक्षाओं के परिणाम बहुत जल्द घोषित कर दिए जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बीए ऑनर्स, प्राचीन भारतीय इतिहास, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र, समाज कार्य, मनोविज्ञान और हिंदी, बीए, बीएससी और बी.कॉम के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर के परिणाम पर कार्य लगभग समाप्त हो चुका है. उम्मीद है कि सोमवार देर शाम तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.lkouniv.ac.in पर रिजल्ट अपलोड कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले कई हफ्तों से परीक्षा विभाग के सभी कर्मचारी इसी कार्य में जुटे हैं और विश्वविद्यालय कोरोना महामारी से जूझते हुए भी पूरी तरह से परीक्षा के परिणामों को बिना किसी त्रुटि के जारी करने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत हैं.

50 हजार से ज्यादा छात्रों को मिलेगा लाभ

वर्तमान में लखनऊ विश्वविद्यालय और उससे जुड़े करीब 170 कॉलेजों के 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं प्रथम सेमेस्टर में हैं. अगर सरकार की ओर से प्रमोट होने के संबंध में आदेश जारी हो जाते हैं, तो इन्हें काफी लाभ मिलेगा. मौजूदा हालातों में प्रमोट होने की उम्मीद ज्यादा है.

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