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राजधानी लखनऊ को जाम की समस्या से कब मिलेगी निजात?

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Published : May 8, 2019, 10:18 AM IST

राजधानी लखनऊ आये दिन जाम की समस्या से लोग दो-चार होते रहते हैं. पीक आवर्स में यह समस्या और बढ़ जाती है. ऐसे में लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जाम की समस्या के बारे में सीएम के संज्ञान लेने के बावजूद अभी तक इसमें कोई सुधार नजर नहीं आ रहा.

ट्रैफिक जाम

लखनऊ: राजधानी लखनऊ की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की समस्या है. लखनऊ में पीक आवर्स में प्रमुख चौराहों और सड़कों पर जाम की समस्या हमेशा बनी रहती है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में संज्ञान लेते हुए जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था. उसके बाद प्रशासन ने ट्रैफिक मैनेजमेंट करने के लिए अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई थी, लेकिन समय के साथ-साथ यह कार्रवाई सुस्त पड़ गई.

जाम की समस्या से राजधानी को कब मिलेगा छुटकारा?

लखनऊ के जिम्मेदार अधिकारियों ने किए थे तमाम दावे

  • राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने खूब वादे किए थे.
  • लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा ने राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत हो जाने के बाद एक खास प्लान उपलब्ध कराने की बात कही थी.
  • इस प्लान के तहत लखनऊ मेट्रो रूट पर चलने वाले विक्रम ऑटो को बंद किया जाना था, लेकिन अभी तक यह प्लान जमीन पर नहीं उतर सका है.
  • लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा का कहना था कि राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत होने के बाद काफी हद तक ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी.

लखनऊ में लागू करना था इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट

  • लखनऊ स्मार्ट सिटी योजना के तहत राजधानी लखनऊ में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू करना था.
  • स्मार्ट सिटी योजना शुरू हुए 1 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर कोई बड़ी कार्रवाई सामने नजर नहीं आई है.
  • राजधानी लखनऊ के तमाम चौराहों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की आधारभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं.
  • छोटे मोटे आयोजनों पर भी राजधानी लखनऊ में यातायात ठप्प पड़ जाता है.

पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में नामांकन प्रक्रिया के दौरान राजनाथ सिंह जिस दिन नामांकन करने राजधानी लखनऊ पहुंचे थे, उसी दिन राजधानी लखनऊ की कई सड़कें जाम हो गयी थीं. आलम यह होता है कि एक बुजुर्ग महिला को ले जा रही एंबुलेंस काफी देर तक जाम में फंसी रही.


वीआईपी मूवमेंट पर रहती है ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता

  • आधे से अधिक ट्रैफिक पुलिस वीआईपी मूवमेंट को मैनेज करने में लगी रहती है.
  • राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर ध्यान नहीं दिया जाता है.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की समस्या है. लखनऊ में पीक आवर्स में प्रमुख चौराहों और सड़कों पर जाम की समस्या हमेशा बनी रहती है. पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में संज्ञान लेते हुए जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया था. उसके बाद प्रशासन ने ट्रैफिक मैनेजमेंट करने के लिए अभियान चलाया था. इस अभियान के तहत बड़ी संख्या में कार्रवाई की गई थी, लेकिन समय के साथ-साथ यह कार्रवाई सुस्त पड़ गई.

जाम की समस्या से राजधानी को कब मिलेगा छुटकारा?

लखनऊ के जिम्मेदार अधिकारियों ने किए थे तमाम दावे

  • राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने खूब वादे किए थे.
  • लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा ने राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत हो जाने के बाद एक खास प्लान उपलब्ध कराने की बात कही थी.
  • इस प्लान के तहत लखनऊ मेट्रो रूट पर चलने वाले विक्रम ऑटो को बंद किया जाना था, लेकिन अभी तक यह प्लान जमीन पर नहीं उतर सका है.
  • लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा का कहना था कि राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत होने के बाद काफी हद तक ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी.

लखनऊ में लागू करना था इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट

  • लखनऊ स्मार्ट सिटी योजना के तहत राजधानी लखनऊ में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू करना था.
  • स्मार्ट सिटी योजना शुरू हुए 1 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर कोई बड़ी कार्रवाई सामने नजर नहीं आई है.
  • राजधानी लखनऊ के तमाम चौराहों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की आधारभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं.
  • छोटे मोटे आयोजनों पर भी राजधानी लखनऊ में यातायात ठप्प पड़ जाता है.

पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में नामांकन प्रक्रिया के दौरान राजनाथ सिंह जिस दिन नामांकन करने राजधानी लखनऊ पहुंचे थे, उसी दिन राजधानी लखनऊ की कई सड़कें जाम हो गयी थीं. आलम यह होता है कि एक बुजुर्ग महिला को ले जा रही एंबुलेंस काफी देर तक जाम में फंसी रही.


वीआईपी मूवमेंट पर रहती है ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता

  • आधे से अधिक ट्रैफिक पुलिस वीआईपी मूवमेंट को मैनेज करने में लगी रहती है.
  • राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर ध्यान नहीं दिया जाता है.
Intro:एंकर

लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 के पांच चरणों का चुनाव हो चुका है राजधानी लखनऊ में भी वोटिंग हो गई है 5 वर्ष की सरकार का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद भी राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात नहीं मिली है। जबकि जिम्मेदार अधिकारियों ने राजधानी लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने के तमाम दावे व वादे पेश किए थे। यहां तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ की ट्रैफिक जाम की समस्या पर अधिकारियों को निर्देशित किया था लेकिन अभी तक जाम की समस्या जस की तस है। पीक आवर्स में राजधानी लखनऊ के विभिन्न चौराहों पर ट्रैफिक जाम की समस्या देखी जा सकती है।

वियो

राजधानी लखनऊ की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की समस्या है लखनऊ में पीक आवर्स में प्रमुख चौराहे व सड़कों पर जाम की समस्या रहती है। जाम का आलम राजधानी लखनऊ में ऐसा है कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाम की समस्या को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को जाम की समस्या से। निजात दिलाने के लिए निर्देशित करना पड़ा था उसके बाद राजधानी लखनऊ में पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन ने ट्रैफिक मैनेजमेंट करने के लिए अभियान चलाया था। इस अभियान के तहत बड़ी संख्या में कार्यवाही की गई थी लेकिन समय के साथ-साथ यह कार्यवाही सुस्त पड़ गई। कार्यवाही के साथ ही राजधानी लखनऊ की ट्रैफिक जाम की समस्या से उभर कर सामने आ गई है आलम यह है कि राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों व सड़कों पर जाम की समस्या बनी रहती है जिससे राजधानी वासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।


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लखनऊ के जिम्मेदार अधिकारियों ने किए थे तमाम दावे


राजधानी लखनऊ को ट्राफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने खूब वादे किए थे लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा ने राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत हो जाने के बाद एक खास प्लान उपलब्ध कराने की बात कही थी लखनऊ डीएम कौशल राज शर्मा का कहना था कि राजधानी लखनऊ में मेट्रो की शुरुआत होने के बाद काफी हद तक ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी इसके लिए डीएम ने एक खास प्लान भी तैयार किया था इस प्लान के तहत लखनऊ मेट्रो रूट पर चलने वाले विक्रम ऑटो को बंद किया जाना था लेकिन अभी तक या प्लान जमीन पर नहीं उतर सका है। लिहाजा लखनऊ मेट्रो रूट की सड़कों पर भी पीक आवर्स में जाम की समस्या रहती है।

लखनऊ स्मार्ट सिटी योजना के तहत राजधानी लखनऊ में इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू करना था। स्मार्ट सिटी योजना शुरू हुए राजधानी लखनऊ में 1 साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन अभी तक ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर कोई बड़ी कार्यवाही सामने नजर नहीं आई है। स्मार्ट ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम तो दूर की बात है राजधानी लखनऊ के तमाम चौराहों पर ट्रैफिक मैनेजमेंट की आधारभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है लखनऊ में यातायात सुविधाओं का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि छोटे मोटे आयोजनों पर भी राजधानी लखनऊ यातायात चोक हो जाता है। ताजा उदाहरण है पिछले दिनों राजधानी लखनऊ में नामांकन प्रक्रिया के दौरान राजनाथ सिंह जिस दिन नामांकन करने राजधानी लखनऊ पहुंचते हैं उस दिन राजधानी लखनऊ की कई सड़कें जाम हो जाती हैं आलम या होता है कि एक बुजुर्ग महिला को ले जा रही एंबुलेंस काफी देर तक जाम में फंसी रहती है।


वीआईपी मोमेंट पर रहती है ट्रैफिक पुलिस किस सक्रियता

भले अधिकारी ट्रैफिक मैनेजमेंट करके यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराने के दावे पेश करते हो लेकिन राजधानी लखनऊ की ट्रैफिक पुलिस की नजर रहती है। आधे से अधिक ट्रैफिक पुलिस वीआईपी मूवमेंट को मैनेजमेंट करने में लगी रहती है जब की राजधानी लखनऊ के प्रमुख चौराहों को लावारिस छोड़ दिया जाता है राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक मैनेजमेंट में योगदान है चौराहे पर लगती है जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।


Conclusion:
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