लखनऊ: राजधानी में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. ऐसे में क्षेत्रीय स्तर पर ही मरीजों को इलाज की सुविधा मुहैया कराने के लिए ग्रामीण इलाकों की सीएचसी को कोविड अस्पताल में बदला जाएगा. इस बीच केजीएमयू में कोरोना संक्रमित स्टाफ की छुट्टी घटाने को लेकर बवाल मचा हुआ है.
तीन सीएचसी में 150 कोविड बेड
चिनहट की 50 बेड की सीएचसी को कोविड अस्पताल में बदल दिया गया है. हर बेड पर ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाई गई है. मगर लीकेज होने से यहां पर अभी तक मरीजों की भर्ती नहीं शुरू हो पाए हैं. ऐसे में मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं. वहीं गुडंबा और मोहनलालगंज सीएचसी में 50-50 बेड कोविड-19 मरीजों के लिए व्यवस्थित किए जा रहे हैं. यहां पर भी ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए पाइप लाइन बिछाई जा रही है. सीएमओ डाॅ. संजय भटनागर का कहना है कि तीनों सीएचसी मिलाकर करीब 150 बेड तैयार हो रहे हैं. यहां पर जल्द ही कोविड मरीजों की भर्ती की जाएगी.
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कोरोना संक्रमित होने पर KGMU में 14 दिन के बजाए 10 दिन की छुट्टी
केजीएमयू के डॉक्टर और स्टाफ को कोरोना संक्रमित होने पर 10 दिन के बाद ज्वॉइन करने का आदेश जारी किया गया है. इसके लिए उनका कोविड टेस्ट भी नहीं किया जाएगा. उधर, सरकारी आदेश में 14 दिन की छुट्टी का प्रावधान है. ऐसे में शिक्षक और कर्मचारी संघ ने केजीएमयू प्रशासन के इस फैसले को लेकर विरोध जताया है.