बाराबंकी : चार पहिया वाहनों में बंफर लगाना एक फैशन बन गया है. जबकि यह लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. इसके बावजूद भी लोग इसका प्रयोग करने से नहीं रुक रहे हैं. बाराबंकी में हालात यह है कि बहुत सारी वाहनों में इस प्रकार के प्रोटेक्शन गार्ड लगाए गए है. अधिकारियों की गाड़ियों पर भी इस प्रकार के प्रोटेक्शन गार्ड लगे हुए हैं. अब इसे दुर्भाग्य ही कह सकते हैं कि खुद एसडीएम की गाड़ियों में भी इसी प्रकार के गार्ड लगे हुए हैं. जिले के आलाधिकारी भी इस बात से अनजान है कि या प्रोटक्शन गार्ड नहीं है. बल्कि जानलेवा गार्ड है.
आरटीओ के अनुसार मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 177 के अनुसार, किसी भी प्रकार का एक्स्ट्रा मॉडिफिकेशन वाहनों में नहीं किया जा सकता है. जिले के अपर पुलिस अधीक्षक महोदय का मानना है कि वह परिवहन विभाग के साथ मिलकर, इस प्रकार के किसी भी गलत मॉडिफिकेशन के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे, लेकिन सबसे पहले तो इन उच्च अधिकारियों के गाड़ियों से इस प्रकार के बंफर हटाने पड़ेंगे. क्या एआरटीओ और पुलिस के अधिकारी इस पर अमल कर पाएंगे यह देखने वाली बात है.
वहीं एक एजेंसी में तैनात इंजीनियर की मानें तो, वाहनों में लगे बंफर से सबसे बड़ा नुकसान खुद वाहन चलाने वाले और उसमें बैठने वालों को है. एक्सपर्ट का कहना है कि जब गाड़ियों में बंफर लग जाते हैं तो एक्सीडेंट होने की स्थिति में सूचना सेंसर तक नहीं पहुंच पाती है. जिससे एयर बैग नहीं खुलते. एयर बैग नहीं खुलने के कारण लोगों को गंभीर चोट आ जाती है. कभी-कभी मौत भी हो जाती है. सबसे जरूरी बात जो एक्सपर्ट ने बताई वह यह कि एक्स्ट्रा मॉडिफिकेशन के कारण वाहनों की चपेट में साइकिल इत्यादि भी आ जाती है. जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है.