लखनऊ: प्रभारी अधिकारी डॉ. रोशन जैकब ने सभी राजकीय चिकित्सालयों को निर्देश दिया है कि वे मेडिकल ऑक्सीजन पर निर्भरता कम करें. अस्पतालों से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और जनरेटर हटाए जाएं, ताकि सभी चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा सकें.
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उद्योग की निगरानी में लगेंगे ऑक्सीजन प्लांट
डॉ. रोशन जैकब ने सहायक निदेशक को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि वे सभी राजकीय और निजी चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की निगरानी करें. उन्होंने इसकी रिपोर्ट भी तलब की है.
20 अप्रैल को तैयार किया गया था प्रस्ताव
डॉक्टर जैकब ने बताया कि 20 अप्रैल को मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में ऑक्सीजन प्लांट व जनरेटर लगाए जाने के प्रस्ताव को आपदा राहत समिति द्वारा मंजूरी दी गई थी. इसका काम अधिकांश चिकित्सालय में प्रारंभ हो चुका है. सरकारी अस्पतालों में आपदा राहत निधि से तथा निजी अस्पतालों में उनके स्वयं के खर्च से ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं.
तीसरी लहर की संभावना पर हो रही तैयारी
डॉ. रोशन जैकब ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है, जिससे निपटने के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है. राजकीय चिकित्सालयों एवं मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग द्वारा ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने का कार्य कराया जा रहा है.