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बाराबंकी: आठवीं बार सेवादारों का जत्था अमरनाथ हुआ रवाना - amarnath yatra

बाराबंकी से चालीस सेवादारों का जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हो गया. पिछले सात सालों से सेवादारों का ये जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम पहुंचकर एक महीने तक भक्तों की सेवा करता है.

सेवादारों का जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम रवाना
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Published : Jun 21, 2019, 8:25 AM IST

बाराबंकी : जिले से 40 सेवादारों का जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हो गया है.पिछले सात वर्षों से सेवादारों का ये जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम पहुंचकर एक महीने तक भक्तों की सेवा करता है. 'जय बर्फानीश्वर' के जयकारों और ढोल-ताशों के बीच सेवादारों का जत्था बाराबंकी से अमरनाथ के लिए रवाना हुआ. बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था करीब 13,500 फिट की ऊंचाई पर लंगर लगाता है.

सेवादारों का जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम रवाना

सेवादारों का जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम हुआ रवाना

  • पिछले सात सालों से सेवादारों का ये जत्था यूं ही अमरनाथ रवाना होता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति की अगुआई में यह जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हुआ.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था अमरनाथ में एक महीने रुक कर भक्तों की हर प्रकार से सेवा करता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था करीब 13,500 फिट की ऊंचाई पर लंगर लगाता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति लंगर बाबा बर्फानीश्वर धाम से महज 9 किमी की दूरी पर लगता है.
  • सेवादारों में खाना बनाने वाले,बर्तन साफ करने वाले, दवाइयां बांटने वाले, मिठाई बनाने वाले 40 लोग शामिल हैं.

हमें डेढ़ महीने का समय एलाट होता है ,जहां ये लोग हर रोज भक्तों की हर प्रकार से सेवा करते हैं. हमारा लंगर प्रदेश का पहला लंगर है, जो इतनी ऊंचाई पर चलता है. बाबा बर्फानीश्वर की हम पर विशेष कृपा है. हर वर्ष हमें सेवा करने का मौका मिलता है .एक हजार से ज्यादा ऊंचाई पर जहां लोगों की सांसें फूलने लगती हैं. वहां एक महीना रुककर भक्तों की सेवा कर उनको आत्मिक संतोष मिलता है.

- कैलाश नाथ शर्मा , बाबा बर्फानीश्वर महादेव सेवा समिति

बाराबंकी : जिले से 40 सेवादारों का जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हो गया है.पिछले सात वर्षों से सेवादारों का ये जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम पहुंचकर एक महीने तक भक्तों की सेवा करता है. 'जय बर्फानीश्वर' के जयकारों और ढोल-ताशों के बीच सेवादारों का जत्था बाराबंकी से अमरनाथ के लिए रवाना हुआ. बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था करीब 13,500 फिट की ऊंचाई पर लंगर लगाता है.

सेवादारों का जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम रवाना

सेवादारों का जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम हुआ रवाना

  • पिछले सात सालों से सेवादारों का ये जत्था यूं ही अमरनाथ रवाना होता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति की अगुआई में यह जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हुआ.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था अमरनाथ में एक महीने रुक कर भक्तों की हर प्रकार से सेवा करता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति का यह जत्था करीब 13,500 फिट की ऊंचाई पर लंगर लगाता है.
  • बर्फानीश्वर महादेव समिति लंगर बाबा बर्फानीश्वर धाम से महज 9 किमी की दूरी पर लगता है.
  • सेवादारों में खाना बनाने वाले,बर्तन साफ करने वाले, दवाइयां बांटने वाले, मिठाई बनाने वाले 40 लोग शामिल हैं.

हमें डेढ़ महीने का समय एलाट होता है ,जहां ये लोग हर रोज भक्तों की हर प्रकार से सेवा करते हैं. हमारा लंगर प्रदेश का पहला लंगर है, जो इतनी ऊंचाई पर चलता है. बाबा बर्फानीश्वर की हम पर विशेष कृपा है. हर वर्ष हमें सेवा करने का मौका मिलता है .एक हजार से ज्यादा ऊंचाई पर जहां लोगों की सांसें फूलने लगती हैं. वहां एक महीना रुककर भक्तों की सेवा कर उनको आत्मिक संतोष मिलता है.

- कैलाश नाथ शर्मा , बाबा बर्फानीश्वर महादेव सेवा समिति

Intro:बाराबंकी ,20 जून । बाराबंकी से चालीस सेवादारों का जत्था अमरनाथ के लिए रवाना हो गया । पिछले सात वर्षों से सेवादारों का ये जत्था बाबा बर्फानीश्वर धाम पहुंचकर एक महीने तक भक्तों की सेवा करता है । इस जत्थे का लंगर 13500 फिट की ऊंचाई पर लगता है । सूबे का ये पहला लंगर है जो इतनी ज्यादा ऊंचाई पर लगता है ।


Body:वीओ - जय बर्फानीश्वर के जयकारों और ढोल ताशों के बीच गुजर रहा ये जत्था सेवादारों का है । पिछले सात वर्षों से सेवादारों का ये जत्था यूँ ही अमरनाथ रवाना होता है । बर्फानीश्वर महादेव समिति के अध्यक्ष कैलाश नाथ शर्मा की अगुआई में ये जत्था वहाँ एक महीना रुककर भक्तों की हर प्रकार से सेवा करता है । करीब 13500 फिट की ऊंचाई पर इनका लंगर लगता है जहां से बाबा बर्फानीश्वर धाम की दूरी महज 9 किमी है । सेवादारों में खाना बनाने वाले , बर्तन साफ करने वाले , दवाइयां बांटने वाले , मिठाई बनाने वाले 40 लोग शामिल हैं । समिति के अगुआ कैलाश नाथ ने बताया कि उनको डेढ़ महीने का समय एलाट होता है जहां ये लोग हर रोज भक्तों की हर प्रकार से सेवा करते हैं । शर्मा ने बताया कि उनका लंगर प्रदेश का पहला लंगर है जो इतनी ऊंचाई पर चलता है ।
बाईट- कैलाश नाथ शर्मा , बाबा बर्फानीश्वर महादेव सेवा समिति


Conclusion:सेवादारों की मानें तो ये बाबा बर्फानीश्वर की उनके ऊपर विशेष कृपा ही है कि उन्हें हर वर्ष सेवा करने का मौका मिलता है । एक हजार से ज्यादा ऊंचाई पर जहां लोगों की सांसें फूलने लगती हैं वहां एक महीना रुककर भक्तों की सेवा कर उनको आत्मिक संतोष मिलता है ।

रिपोर्ट- अलीम शेख बाराबंकी
9839421515
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