लखनऊ: शहीद स्मारक पर हर साल की तरह इस बार भी विरोध प्रदर्शन किया गया. इस बार भी शिया समुदाय ने अपनी पुरानी मांग को दोहराया. शिया समुदाय के इस विरोध प्रदर्शन में हिंदू धर्मगुरु भी शामिल हुए. भारत समेत दुनिया भर के मुसलमानों के लिए सऊदी अरब देश का खास महत्व है फिर भी लखनऊ के मुसलमान साल दर साल सऊदी सरकार खिलाफ विरोध प्रदर्शन.
किस बात पर करते हैं प्रदर्शन जानिए ..
- हर साल ईद के बाद एक बहुत बड़ा प्रदर्शन सऊदी अरब के खिलाफ होता है.
- इसमें मुद्दा रहता है मदीना मुनव्वरा में पैगंबर की बेटी हजरत फातिमा समेत तमाम इमामों की कब्र को ध्वस्त करने का विरोध.
- दावा है कि ये तमाम कब्रें जन्नतुल बकी में मौजूद थीं जिसे सऊदी सरकार ने मिट्टी में मिला दिया.
- पैगंबर मोहम्मद का जन्म सऊदी अरब में हुआ, इस्लाम धर्म वहीं से फैला, काबा वहीं मौजूद है.
- इस्लाम के तमाम सहाबा (पैगंबर के साथी) वहीं हुए और हर मुसलमान की चाहत रहती है कि जीवन में एक बार वो सऊदी अरब जाकर हज कर आए.
- भारत के तमाम मुसलमान अपनी रोजी के लिए वहां नौकरी भी करते हैं,लेकिन उत्तर प्रदेश की राजधानी में मुसलमानों का एक बड़ा हिस्सा सऊदी अरब का मुखर विरोध करता है.
- सऊदी अरब में जन्नतुल बकी को ढाए जाने के विरोध में हर साल की तरह इस साल भी विरोध प्रदर्शन किया गया.
- शियाओं की मांग है कि पैगबर-ए- इस्लाम की इकलौती बेटी हजरत फातिमा की कब्र को दोबारा तामीर किया जाए.
सऊदी अरब में जन्नतुल बकी को ढाए जाने के विरोध में हर साल की तरह इस साल भी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और हमारी मांग है कि पैगबर-ए- इस्लाम की इकलौती बेटी हजरत फातिमा की कब्र को दोबारा तामीर किया जाए.
- मौलाना यासूब अब्बास,शिया धर्मगुरु
जिस तरीके से सऊदी अरब में प्रमुख हस्तियों की कब्रों के साथ बदसलूकी की जा रही है वह बिल्कुल भी सही नहीं है. हम भी शिया समुदाय के साथ मिलकर यह मांग कर रहे हैं कि जैसे कर्बला में जियारत करने लोग जाते हैं. वैसे ही सऊदी अरब में भी लोग जियारत कर सकें जिसके लिए जन्नतुल बकी की कब्र की तामीर जल्द से जल्द होना चाहिए.
- स्वामी सारंग,हिंदू धर्मगुरु