कासगंज: भारत में बने जिस प्रथम स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस के लिए बीती 21 फरवरी को फाइनल ऑपरेशन क्लियरेंस दिया जा चुका है, इसे बनाने वाली टीम में कासगंज जनपद के पटियाली के रहने वाले वैज्ञानिक राम किशोर मिश्रा भी शामिल हैं. तेजस के अलावा वैज्ञानिक रामकिशोर ने एंटी टैंक मिसाइल गाइडेंस प्रणाली और टोही विमान के एरोनॉटिकल डेवलपमेंट स्टेब्लिसमेन्ट के लिए भी कार्य किया है.
ईटीवी से खास बातचीत में वैज्ञानिक रामकिशोर मिश्रा ने बताया कि उन्होंने तेजस लड़ाकू विमान के कॉकपिट डिस्प्ले के डेपलेपमेंट पर कार्य किया है. वह 1995 से 2006 तक पूर्ण रूप से स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान बनाने वाली भारतीय एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के शीर्ष पांच सदस्यीय वैज्ञानिक टीम का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने बताया कि टोही विमान जो बिना पायलट के होता है उसके कैमरे में रात और दिन में फोटो लेने की जो क्षमता है उसे विकसित करने लिए हमने कार्य किया.