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बच्चे बोले...मम्मी मुझे चाहिए एवेंजर वाला बैग, कल से जाना है स्कूल

एक दिन बाद पहली जुलाई को बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं. दुकानों पर स्कूल यूनिफॉर्म, बॉटल, टिफिन और बैग के लिए काफी भीड़ लग रही है. ऐसे में जहां एक तरफ दुकानदारों की चांदी है, तो वहीं अभिभावकों की जेब ढीली हो रही है.

कल से खुलेंगे स्कूल.
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Published : Jun 30, 2019, 1:31 PM IST

Updated : Jun 30, 2019, 1:57 PM IST

बाराबंकी: पहली जुलाई से बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं. ऐसे में स्कूल जाने की तैयारियों को लेकर अभिभावक और बच्चे दोनों सजग हैं. अभिभावक अपने बच्चों की हर पसंद नापसंद का ख्याल रख रहे हैं. ऐसे में दुकानदार बच्चों की मांग के हिसाब से सभी चीजें उपलब्ध करा रहे हैं. बच्चे अपनी-अपनी पसंद के बैग, टिफिन और बोतल खरीद रहे हैं. छोटे बच्चे कार्टून वाले बैग और बड़े बच्चे स्टाइलिश स्काई बैग को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

बच्चों के स्कूल खुलते ही खरीदारी में जुटे अभिभावक.

पहली जुलाई को खुल रहे हैं बच्चों के स्कूल

  • लम्बी छुट्टियों के बाद पहली जुलाई को बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं.
  • स्कूल यूनिफॉर्म, बॉटल, टिफिन और बैग्स की दुकानों पर खूब रौनक दिख रही है.
  • बच्चों में भी स्कूल जाने और नई स्टेशनरी, कार्टून वाले बैग और टिफिन आदि को लेकर खूब उत्साह दिख रहा है.
  • बाजार में ज्यादातर मांग एवेंजर वाले कार्टून और डोरेमोन तथा बॉर्बी गर्ल वाले बैग, टिफिन और बोतलों की है.
  • बच्चों की मांग पूरा करने में जेब ढीली होने के बावजूद भी अभिभावक कोई कोर-कसर नहीं रख रहे हैं.

जिस प्रकार से फैशन और महंगाई बढ़ी है, उससे अभिभावकों की जेब पर बड़ा भार आना स्वाभाविक है. लेकिन बच्चों की पढ़ाई में कोई किसी प्रकार की बाधा न हो, उनके शौक में किसी चीज की कमी न हो, इसका पूरा ध्यान रखते हुए अभिभावक खरीदारी करने में जुटे हैं.

बाराबंकी: पहली जुलाई से बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं. ऐसे में स्कूल जाने की तैयारियों को लेकर अभिभावक और बच्चे दोनों सजग हैं. अभिभावक अपने बच्चों की हर पसंद नापसंद का ख्याल रख रहे हैं. ऐसे में दुकानदार बच्चों की मांग के हिसाब से सभी चीजें उपलब्ध करा रहे हैं. बच्चे अपनी-अपनी पसंद के बैग, टिफिन और बोतल खरीद रहे हैं. छोटे बच्चे कार्टून वाले बैग और बड़े बच्चे स्टाइलिश स्काई बैग को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

बच्चों के स्कूल खुलते ही खरीदारी में जुटे अभिभावक.

पहली जुलाई को खुल रहे हैं बच्चों के स्कूल

  • लम्बी छुट्टियों के बाद पहली जुलाई को बच्चों के स्कूल खुल रहे हैं.
  • स्कूल यूनिफॉर्म, बॉटल, टिफिन और बैग्स की दुकानों पर खूब रौनक दिख रही है.
  • बच्चों में भी स्कूल जाने और नई स्टेशनरी, कार्टून वाले बैग और टिफिन आदि को लेकर खूब उत्साह दिख रहा है.
  • बाजार में ज्यादातर मांग एवेंजर वाले कार्टून और डोरेमोन तथा बॉर्बी गर्ल वाले बैग, टिफिन और बोतलों की है.
  • बच्चों की मांग पूरा करने में जेब ढीली होने के बावजूद भी अभिभावक कोई कोर-कसर नहीं रख रहे हैं.

जिस प्रकार से फैशन और महंगाई बढ़ी है, उससे अभिभावकों की जेब पर बड़ा भार आना स्वाभाविक है. लेकिन बच्चों की पढ़ाई में कोई किसी प्रकार की बाधा न हो, उनके शौक में किसी चीज की कमी न हो, इसका पूरा ध्यान रखते हुए अभिभावक खरीदारी करने में जुटे हैं.

Intro: बाराबंकी, 29 जून । एक दिन बाद पहली जुलाई को खुल रहे हैं बच्चों के स्कूल. दुकानों पर स्कूल यूनिफॉर्म , बॉटल , टिफिन और बैग के लिए लग रही है भीड़. बच्चों में अपने-अपने कार्टून कैरेक्टर को लेकर दिख रहा है उत्साह. छोटे बच्चों में कार्टून वाले बैग और टिफिन इत्यादि की मांग है. ऐसे में दुकानदारों की तो चांदी है लेकिन अभिभावकों की जेब ढीली हो रही है . बच्चों की मांग पूरा करने में जेब ढीली होने के बावजूद भी अभिभावक कोई कोर कसर नहीं रख रहे हैं. फैशन का जमाना है और बच्चे इससे पीछे नहीं रहते यही वजह है अपने अपने करैक्टर को चुन रहे हैं. ज्यादातर मांग एवेंजर वाले कार्टून और डोरेमोन तथा बॉर्बी गर्ल वाले बैग, टिफिन और बोतल की है.


Body:पहली जुलाई से बच्चों को स्कूल खुल रहे हैं, ऐसे में स्कूल जाने की तैयारियों को लेकर अभिभावक और बच्चे दोनों सजग हैं. इसी वजह से वह बच्चों के यूनिफॉर्म अथवा किसी चीज में कोई कमी ना रहे ,दुकानों की तरफ रुख कर रहे हैं. बच्चे अपनी अपनी पसंद का बैग टिफिन और बोतल खरीद रहे हैं. छोटे बच्चे कार्टून वाले बैग और बड़े बच्चे स्टाइलिश स्काई बैग इत्यादि को ज्यादा पसंद कर रहे हैं.
अभिभावक अपने बच्चों की हर पसंद नापसंद का ख्याल रख रहे हैं. ऐसे में दुकानदार बच्चों की मांग के अनुसार सभी चीजें उपलब्ध करा रहे हैं.



Conclusion: बच्चों के स्कूल खुलने वाले हैं लिहाजा दुकानों पर रौनक तो दिख रही है. लेकिन जिस प्रकार से फैशन और महंगाई बढ़ी है. उससे अभिभावकों की जेब पर बड़ा भार आना स्वाभाविक है. लेकिन बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों की पसंद नापसंद को लेकर बहुत ही सक्रिय हैं . वह अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई किसी प्रकार की बाधा ना हो, उनके शौक में किसी चीज की कमी ना हो, इसका पूरा ध्यान रखते हुए उनके लिए खरीदारी कर रहे हैं.


bite

1- अंकुर जैन, शॉपकीपर ,छाया चौराहा ,बाराबंकी

2- आलोक सचान ,अभिभावक ,बाराबंकी

3- मोहम्मद अरमान ,अभिभावक ,बाराबंकी

4- फलक, सातवीं कक्षा की छात्रा ,बाराबंकी


रिपोर्ट- आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
Last Updated : Jun 30, 2019, 1:57 PM IST
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