फर्रुखाबाद: लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों से प्रवासी श्रमिकों व राजस्थान के कोटा में फंसे छात्र-छात्राओं को लाकर घर पहुंचाया गया था. इसके एवज में फर्रुखाबाद डिपो ने करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का बिल उत्तर प्रदेश सरकार को भेज दिया है.
राज्य सड़क परिवहन निगम के फर्रुखाबाद डिपो की बसें प्रवासी श्रमिकों और छात्र-छात्राओं को बाहर से लाने व उन्हें गृह जनपद तक पहुंचाने में लगी हैं. इसके लिए परिवहन निगम सरकार से प्रतिदिन एक बस का किराया लगभग 45,373 रुपये वसूलेगी. बता दें कि इसमें 38,373 रुपये किराया व छह हजार नौ सौ इक्कीस रुपये जीएसटी के शामिल है.
करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का भेजा बिल
स्थानीय डिपो के अधिकारियों के अनुसार, इटावा के रीजनल ऑफिस ने 1 अप्रैल से 25 मई तक के किराए का करीब साढ़े चार करोड़ रुपये का बिल भेज दिया गया है. अब इसके बाद के बिल बनाने की तैयारी चल रही है, जिसका भुगतान उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग को जल्द ही भेजा जाएगा.
सीएम ने मुफ्त रोडवेज की बसें चलाईं
बता दें कि कोटा राजस्थान में छात्र लॉकडाउन में फंसे थे, जिन्हें सकुशल घर पहुंचाने के लिए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुफ्त में यूपी रोडवेज की बसें चलाई थीं. उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है कि फ्री में हजारों छात्र-छात्राओं को कोटा से बसों के जरिए उनके घर पहुंचाया गया था. ये विद्यार्थी राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे. प्रवासी श्रमिकों को भी सकुशल घर पहुंचाया जा रहा है.
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