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राम गोपाल यादव ने दिया सुझाव, 'अस्त्र शस्त्र से नहीं आर्थिक क्षति पहुंचाकर चीन को करें पस्त'

सपा नेता प्रो. राम गोपाल यादव ने पीएम मोदी को सुझाव दिया है. उन्होंने कहा है कि चीन को अस्त्र शस्त्र से नहीं, बल्कि उसे आर्थिक क्षति पहुंचाकर पस्त करना होगा.

PROF.RAMGOPAL GIVE SUGGESTION TO PM MODI
प्रो. रामगोपाल ने पीएम को दिया सुझाव
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Published : Jun 21, 2020, 1:34 AM IST

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सदस्य राज्यसभा प्रो. रामगोपाल यादव ने भाग लिया. उन्होंने गलवान घाटी की घटना पर कहा कि चीन और पाकिस्तान पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है. हमें हमेशा सतर्क रहना पड़ेगा. डोकलाम के बाद गलवान घाटी की घटना को देखते हुए हमें लॉन्गटर्म के लिए तत्काल प्रभाव से तैयारी करनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि युद्ध अंतिम विकल्प होता है. राम गोपाल ने चीन को आर्थिक क्षति पहुंचाने को अस्त्र-शस्त्रों की चोट से भी ज्यादा खतरनाक बताया. उन्होंने हर छह माह में सर्वदलीय बैठक बुलाने का भी सुझाव दिया. समाजवादी पार्टी की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने सर्वदलीय बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि सरकार कुछ भी कहे, लेकिन सच यह है कि चीन ने हमारी कुछ जमीन पर कब्जा कर लिया है. इसको कूटनीतिक राजनीतिक वार्ताओं के जरिए वापस लेना होगा.

हाइवे और आयात पर दिया सुझाव
प्रो. यादव ने कहा कि प्राथमिकता के तौर पर चीन-पाकिस्तान की सीमा तक जाने वाली सड़कों को सिक्सलेन हाईवेज में परिवर्तित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू करना होगा, जैसे ग्वालियर से लिपुलेख तक जाने वाली सड़क ग्वालियर कैण्ट, फतेहगढ़ कैण्ट, बेरली कैण्ट से सीधे जुड़ती है. लखनऊ कैण्ट और कानपुर कैण्ट से भी हमारी सेनाएं काफी कम समय में इस हाईवे पर पहुंच सकती हैं. उन्होंने कहा कि चीनी उत्पादों का आयात रोका जाना चाहिए, क्योंकि उनसे हमारे कुटीर उद्योग खत्म हो गए हैं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं.

युद्ध अंतिम विकल्प के रूप में चुना जाए
भारत चीन के उत्पादों का डम्पिंग ग्राउण्ड बन गया है. आयात पर तत्काल रोक पर कोई दिक्कत हो तो चीन से आयातित उत्पादों पर 300 प्रतिशत डयूटी लगाने की व्यवस्था होनी चाहिए. अरुणांचल प्रदेश से लेकर कच्छ तक जितने लोकसभा क्षेत्र, चीन और पाकिस्तान की सीमा से मिलते हैं, उनके सांसदों से हर तीन माह में मिलकर जमीनी हकीकत की जानकारी लेनी चाहिए. युद्ध किसी देश के लिए हितकर नहीं होता है, यह केवल विनाश लाता है. इसलिए शांति के यदि प्रयास असफल हो जाएं और चीनी सैनिक हमारी सीमाओं से वापस न हटें तो युद्ध को अंतिम विकल्प के रूप में ही चुना जाए.

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के इस्तेमाल की बात
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान में कहा है कि आज पूरा देश व हर दल चीन और एलएसी पर प्रधानमंत्री के साथ पूरे विश्वास के साथ खड़ा है. अब सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि देश की सीमाओं के साथ ही जनता के विश्वास की भी शत-प्रतिशत रक्षा हो. समाजवादी सरकार के समय बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आज देश की सेना के लिए रनवे की तरह तैयार हैं. यहां लड़ाकू विमान उतर सकते हैं और यहां से उड़ान भी भर सकते हैं. यह एक्सप्रेस-वे एक दूरगामी निवेश की सोच का परिणाम है, जिसका दोहरा लाभ देश के सैनिकों एवं जनता को हमेशा मिलेगा.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तरफ से बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सदस्य राज्यसभा प्रो. रामगोपाल यादव ने भाग लिया. उन्होंने गलवान घाटी की घटना पर कहा कि चीन और पाकिस्तान पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है. हमें हमेशा सतर्क रहना पड़ेगा. डोकलाम के बाद गलवान घाटी की घटना को देखते हुए हमें लॉन्गटर्म के लिए तत्काल प्रभाव से तैयारी करनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि युद्ध अंतिम विकल्प होता है. राम गोपाल ने चीन को आर्थिक क्षति पहुंचाने को अस्त्र-शस्त्रों की चोट से भी ज्यादा खतरनाक बताया. उन्होंने हर छह माह में सर्वदलीय बैठक बुलाने का भी सुझाव दिया. समाजवादी पार्टी की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने सर्वदलीय बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए. उन्होंने कहा कि सरकार कुछ भी कहे, लेकिन सच यह है कि चीन ने हमारी कुछ जमीन पर कब्जा कर लिया है. इसको कूटनीतिक राजनीतिक वार्ताओं के जरिए वापस लेना होगा.

हाइवे और आयात पर दिया सुझाव
प्रो. यादव ने कहा कि प्राथमिकता के तौर पर चीन-पाकिस्तान की सीमा तक जाने वाली सड़कों को सिक्सलेन हाईवेज में परिवर्तित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू करना होगा, जैसे ग्वालियर से लिपुलेख तक जाने वाली सड़क ग्वालियर कैण्ट, फतेहगढ़ कैण्ट, बेरली कैण्ट से सीधे जुड़ती है. लखनऊ कैण्ट और कानपुर कैण्ट से भी हमारी सेनाएं काफी कम समय में इस हाईवे पर पहुंच सकती हैं. उन्होंने कहा कि चीनी उत्पादों का आयात रोका जाना चाहिए, क्योंकि उनसे हमारे कुटीर उद्योग खत्म हो गए हैं और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए हैं.

युद्ध अंतिम विकल्प के रूप में चुना जाए
भारत चीन के उत्पादों का डम्पिंग ग्राउण्ड बन गया है. आयात पर तत्काल रोक पर कोई दिक्कत हो तो चीन से आयातित उत्पादों पर 300 प्रतिशत डयूटी लगाने की व्यवस्था होनी चाहिए. अरुणांचल प्रदेश से लेकर कच्छ तक जितने लोकसभा क्षेत्र, चीन और पाकिस्तान की सीमा से मिलते हैं, उनके सांसदों से हर तीन माह में मिलकर जमीनी हकीकत की जानकारी लेनी चाहिए. युद्ध किसी देश के लिए हितकर नहीं होता है, यह केवल विनाश लाता है. इसलिए शांति के यदि प्रयास असफल हो जाएं और चीनी सैनिक हमारी सीमाओं से वापस न हटें तो युद्ध को अंतिम विकल्प के रूप में ही चुना जाए.

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के इस्तेमाल की बात
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयान में कहा है कि आज पूरा देश व हर दल चीन और एलएसी पर प्रधानमंत्री के साथ पूरे विश्वास के साथ खड़ा है. अब सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि देश की सीमाओं के साथ ही जनता के विश्वास की भी शत-प्रतिशत रक्षा हो. समाजवादी सरकार के समय बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे आज देश की सेना के लिए रनवे की तरह तैयार हैं. यहां लड़ाकू विमान उतर सकते हैं और यहां से उड़ान भी भर सकते हैं. यह एक्सप्रेस-वे एक दूरगामी निवेश की सोच का परिणाम है, जिसका दोहरा लाभ देश के सैनिकों एवं जनता को हमेशा मिलेगा.

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