सहारनपुर: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस देश में ही नहीं दुनिया भर के सैकड़ों देशों में मनाने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. कई जगहों पर योग का अभ्यास भी कराया जा रहा है. इसी को लेकर जिला कारागार में योग गुरु पद्म श्री भारत भूषण ने बंदी रक्षकों और कैदियों को योग करा कर न सिर्फ निरोग रहने का पाठ पढ़ाया, बल्कि अपराध मुक्त होने का संकल्प भी दिलाया.
जिला कारागार में कैदियों ने किया योग
- 'रक्षक यानी खाती और भक्षक यानी अपराधी' दोनों ने योग के माध्यम से विश्व में योग की महिमा स्थापित करने के लिए आयोजित हवन में आहुति दी है.
- पुलिस लाइन में पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने योगाभ्यास कर देश को अपराध मुक्त करने का संकल्प लिया.
- योग गुरु पद्मश्री भारत भूषण ने सहारनपुर जिला कारागार में 1450 कैदियों के साथ योगासन किया.
- योग गुरु भारत भूषण ने कैदियों को 'योगी बनिये, उपयोगी बनिये, और सहयोगी बनिये' का पाठ पढ़ाया, साथ ही योग गुरु ने कपालभाति, सिरसासन, वज्रासन पद्मासन समेत कई मुद्राओं के योग कराए.
- कैदी महक सिंह यादव ने बताया कि योग करके बहुत अच्छा लगा. योग करने से मनुष्य का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है और तनाव भी कम रहता है.
कारागार में योग गुरु भारत भूषण जी ने योग शिविर का आयोजन किया. हम लोगों ने उनसे अनुरोध किया था कि वो कैदियों को योग कराएं. उन्होंने 1450 कैदियों को योग की शिक्षा दी. हम लोगों को खुशी है कि योग अंतर्राष्ट्रीय पटल पर किया जा रहा है और हम लोग भी उसमें शामिल हुए.
-राजेश कुमार पाण्डेय, डिप्टी जेलर
जिला बंदीगृह में डिप्टी जेलर राजेश कुमार पाण्डेय के सक्रिय सहयोग से जेल के कैदियों के साथ मुझे कुछ नए प्रयोग करने का अवसर मिला. मैं ये मानता हूं कि जो जीवन यहां पर हैं उनको अगर सही दिशा देते हैं तब जाकर हम मानेंगे कि हम कुछ हैं. सुधरे हुए व्यक्ति को तो सब सुधार लेते हैं लेकिन जिनको हमने बिगड़ा हुए मान लिया वो अगर सुधर जाएं तो योग का कमाल है. मैं इस बंदी गृह से आप सभी को कामना देता हूं. जेल में बंद कैदी तो बंदी है ही, लेकिन जेल के बाहर भी मोह, माया, वासना, लालच आदि के हम लोग बंदी हो चुके हैं.
-भारत भूषण, योगगुरु