मुरादाबाद: कोरोना संकट के चलते सावन में कांवड़ यात्रा को संचालित न करने का निर्णय लिया गया है. इसलिए डाक विभाग श्रद्धालुओं के लिए गंगाजल मुहैया करा रहा है. उत्तराखंड के गंगोत्री से लाये गए गंगाजल को मुरादाबाद मंडल के पांच जनपदों में डाकघरों के माध्यम से बेचा जा रहा है.
इस वर्ष होने वाली कांवड़ यात्रा रद्द होने के बाद डाक विभाग को उम्मीद है कि इस साल ज्यादा संख्या में श्रद्धालु गंगाजल खरीदने पोस्ट ऑफिस पहुंचेंगे. गंगाजल के अलावा डाक विभाग ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हैंड सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया है. रियायती दरों पर सैनिटाइजर मुख्य डाकघर से खरीदा जा सकता है.
भारतीय जीवन पद्धति में हमेशा से गंगाजल को विशेष महत्त्व दिया गया है और आज भी लोग सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर गंगाजल लेने पहुंचते हैं. सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के जरिये हरिद्वार से कांवड़ियों के जत्थे गंगाजल लेकर लौटते हैं. कोरोना काल में जब सार्वजनिक कार्यक्रमों को लेकर तमाम सख्ती बरती जा रहीं है, ऐसे में कांवड़ यात्रा को भी इस वर्ष रद्द करने का निर्णय लिया गया है. श्रद्धालुओं के लिए भारतीय डाक विभाग पिछले साल से ही गंगाजल की बिक्री कर रहा है, लेकिन इस बार इसकी बिक्री ज्यादा होने की संभावना है.
श्रद्धालुओं के लिए 250 ml की गंगाजल की बोतल की कीमत डाक विभाग ने 30 रुपये निर्धारित की है और इसके लिए डाकघरों में अलग से काउंटर तैयार किये गए हैं. डाक विभाग के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल गंगाजल की ज्यादा मांग के चलते स्टॉक बढ़ाया गया है. कोई भी व्यक्ति सीधे डाकघर जाकर काउंटर से गंगाजल खरीद सकता है.
मुरादाबाद मुख्य डाकघर में प्रवर डाक अधीक्षक चंद्रपाल के मुताबिक डाक विभाग जल्द ही हैंड सैनिटाइजर भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराने जा रहा है. लखनऊ के मेघदूत ग्रामोद्योग सेवा संस्थान के साथ डाक विभाग का सैनिटाइजर उपलब्ध कराने के लिए करार हुआ है. इस करार के मुताबिक डाक विभाग सैनिटाइजर को चार अलग-अलग मात्राओं में बिक्री के लिए रखेगा. 60 मिलीलीटर की कीमत 30 रुपये ,100 मिलीलीटर की कीमत पचास रुपये, 200 मिलीलीटर की कीमत 105 रुपये और मिलीलीटर मिली की कीमत 250 रुपये रखी गयी है. हैंड सैनिटाइजर मुरादाबाद, रामपुर और अमरोहा के मुख्य डाकघरों से कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है.
डाकघर में गंगाजल के साथ हैंड सैनिटाइजर मुहैया करा रहे डाक विभाग को उम्मीद है कि इस साल ज्यादा ग्राहक उनके विशेष काउंटर तक पहुंचेंगे. कोरोना काल में ग्रामीण क्षेत्रों में माइक्रो एटीएम सेवा उपलब्ध करा चुके डाक विभाग को जहां गंगाजल और सैनिटाइजर बिक्री से ज्यादा राजस्व हासिल होगा, वहीं इसके जरिये ग्राहकों तक पहुंचने की कवायद भी की जा रही है.