अयोध्या: शनिवार को इनायत नगर थाना क्षेत्र में सांसद प्रतिनिधि व ग्राम प्रधान की हत्या के मामले में चार अभियुक्त गिरफ्तार किए गए हैं. साथ ही अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिया गया है. वहीं पूछताछ के दौरान पता चला है कि गांव की पंचायत में ग्राम प्रधान को षड्यंत्र के तहत बुलाया गया था.
दरअसल मामला बीती 18 मई का है. जब अयोध्या की इनायत नगर थाना क्षेत्र स्थित पलिया प्रताप शाह के ग्राम प्रधान व बीजेपी नेता जय प्रकाश सिंह की हत्या कर दी गई थी. शनिवार को पुलिस ने वारदात में शामिल चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद कर लिए गए हैं. बता दें कि घटना को अंजाम देने बाद यह हथियार गांव के पास स्थित एक बाग की झाड़ियों के बीच छिपा दिए गए थे. साथ ही गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर 315 व 12 बोर के कुल 2 अवैध देसी तमंचें भी बरामद किए गए है.
प्रधान की हत्या से पहले हिस्ट्रीशीटर को लगी थी गोली
बताया जा रहा है कि इनायत नगर थाना क्षेत्र के धर्मगंज बाजार में ग्राम स्तर पर हो रही पंचायत के दौरान विवाद हो गया. इस दौरान पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे ग्राम प्रधान राम पदारथ यादव उर्फ नान्ह ने ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह पर फायरिंग की लेकिन निशाना चूक गया. इससे गुस्साए प्रधान ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों ने राम पदारथ यादव को घेर लिया. वहीं हड़बड़ी में राम पदारथ यादव के खुद के से तमंचे से गोली चल गई. जिससे राम पदारथ यादव की मौत हो गई. यह देख राम पदारथ यादव के बेटे अंकित यादव और उनके साथियों ने ग्राम प्रधान जय प्रकाश सिंह पर फायरिंग और धारदार हथियार से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया.
पंचायत को बनाया था षड्यंत्र का जरिया
ग्राम पलिया प्रताप शाह के प्रधान जयप्रकाश सिंह और राम पदारथ यादव उर्फ नान्ह के बीच लंबे समय से ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर तनाव की स्थिति थी. बता दें कि राम प्रजापत पिछले पंचायत चुनाव में रनर प्रत्याशी रहा था. साथ ही इससे पहले वह आपराधिक मामलों में वांछित था, जिसके चलते उसे हिस्ट्रीशीटर घोषित किया गया था. बताया जा रहा है कि गत 18 मई को गांव में हो रही पंचायत में दोनों पक्षों में पहली बार समझौता हो गया था, लेकिन राम पदारथ यादव के पक्ष की ओर से आपत्ति किए जाने पर दोबारा दोनों पक्षों में बैठक हुई. साथ ही इस दौरान विवाद हुआ और फायरिंग की गई. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई.
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फायरिंग में हिस्ट्रीशीटर और प्रधान की हुई थी मौत
अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान पता चला है कि हिस्ट्रीशीटर राम पदारथ यादव उर्फ नान्ह ने पहले ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह के ऊपर फायरिंग की थी. फायरिंग करने के बाद भागने वाला था, लेकिन प्रधान पक्ष के लोगों ने उसे घेर लिया. वहीं हड़बड़ी में उसके तमंचे से उसके खुद के ऊपर गोली चल गई, जिससे उसकी मौत हो गई. इस दौरान पहले से अवैध हथियार से लैस उसके बेटे अंकित यादव और उनके तीन अन्य साथियों रजनीश उर्फ रज्जन, सौरभ और रामदीन उर्फ वीरू ने ग्राम प्रधान जयप्रकाश सिंह पर फायरिंग और धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी.
मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी आशीष तिवारी ने बताया कि हत्या के जुर्म में अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किए गए हैं. अभियुक्तों से पूछताछ कर अन्य जानकारी जुटाई जा रही है. हत्या से संबंधित मिले साक्ष्यों को फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं.