महराजगंज: नेपाल से निकलने वाला पहाड़ी पानी हर साल जनपद में भारी तबाही मचाता है. प्रमुख नदियों और महाव नाले के तटबंध टूटकर हजारों एकड़ फसलों को बरबाद करते हैं, जिससे सैकड़ों गांव प्रभावित होते हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन इस बार पूरी तरह से अलर्ट है और मरम्मत का कार्य करा रहा है. आने वालों दिनों में अगर नेपाल की नदियों से बाढ़ का पानी जिले में आता है तो प्रशासन पहले से ही तैयार है.
ये प्रमुख नदियां मचाती हैं तबाही
जनपद में कुल 18 बांध बने हैं. इसमें कुल 14 बांध सीमा में और 4 बांध नेपाल की सीमा में पड़ते हैं. प्रमुख नदियों में राप्ती, रोहिन, गंडक और महाव ज्यादा तबाही मचाती है. हर वर्ष करोड़ों का नुकसान होता है. साथ ही साथ जानमाल को नुकसान होता है.
सभी बांधों की मरम्मत का कार्य प्रगति पर है. सिंचाई विभाग में धन के बंदरबाट को लेकर अब नया और कड़ा कदम उठाया गया है. इसके तहत सिंचाई विभाग में किसी भी निर्माण का भुगतान बिना जांच पड़ताल और सत्यापन के बगैर नहीं किया जाएगा. निगरानी के लिए वीडियो रिकार्डिंग कराई जा रही है.
डॉ. उज्ज्वल कुमार, जिलाधिकारी, महराजगंज