ETV Bharat / briefs

हरदोई: ओडीएफ जिला घोषित होने के बावजूद खुले में शौच के लिए मजबूर हैं लोग

हरदोई में पीएम का स्वच्छ भारत मिशन अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है. दरअसल, जिले को ओडीएफ घोषित किया गया है. लेकिन यहां अभी भी कुछ गांव ऐसे हेैं जहां शौचालय न होने से लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है.

शौचालय न होने से खुले में शौच के लिए मजबूर हो रहे लोग.
author img

By

Published : Feb 21, 2019, 11:55 AM IST


हरदोई: स्वच्छ भारत मिशन को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भले ही कितनी भी गंभीर क्यों न हों. लेकिन हरदोई में प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाला यह अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है. यहां जिले को खुले में शौच मुक्त यानीओडीएफ तो घोषित कर दिया गया है. लेकिन यहां कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां एक भी शौचालय नहीं है. जिससे यहां के लोगों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ रहा है. आलम यह है कि हर तरफ गंदगी का माहौल है.

शौचालय न होने से खुले में शौच के लिए मजबूर हो रहे लोग.

दरअसल, बीते 26 जनवरी को हरदोई जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. यानी जिले के सभी गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके है. लेकिन विकासखंड बावन के भीखपुर गांव की तस्वीरें प्रशासनिक दावों की हवा निकालने के लिए काफी हैं. कागजों में भले ही पूरे जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया हो. लेकिन 1200 की आबादी वाले इस गांव में एक भी शौचालय नहीं है. लिहाजा गांव के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं.

गांव के अन्य मूलभूत सुविधाओं की बात करें तो गांव में सफाईकर्मी भी तैनात है. लेकिन यहां सफाईकर्मी के कभी कभार आने से गांव में नालियां गंदगी से जाम हो चुकी है. गांव में हर तरफ कूड़े का ढ़ेर लगा हुआ है. जिससे गांव के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से भी की. लेकिन हालात अभी भी जस के तस बने हुए हैं.

undefined

वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह का कहना है कि शौचालय का बेसलाइन सर्वे 2012 की जनगणना के अनुसार हुआ था. जिसमें सभी परिवारों को शौचालय बनाने के लिए शासन से जितनी संख्या में शौचालय मांगे गए थे उसके सापेक्ष शौचालय नहीं मिले और केंद्र सरकार की वेबसाइट लॉक कर दी गई है. लिहाजा वेबसाइट के खुलने के बाद ही शेष बचे लोगों को भी शौचालय निर्माण की राशि दी जा सकेगी.


हरदोई: स्वच्छ भारत मिशन को लेकर केंद्र और प्रदेश सरकार भले ही कितनी भी गंभीर क्यों न हों. लेकिन हरदोई में प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाला यह अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है. यहां जिले को खुले में शौच मुक्त यानीओडीएफ तो घोषित कर दिया गया है. लेकिन यहां कुछ ऐसे भी इलाके हैं जहां एक भी शौचालय नहीं है. जिससे यहां के लोगों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ रहा है. आलम यह है कि हर तरफ गंदगी का माहौल है.

शौचालय न होने से खुले में शौच के लिए मजबूर हो रहे लोग.

दरअसल, बीते 26 जनवरी को हरदोई जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है. यानी जिले के सभी गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके है. लेकिन विकासखंड बावन के भीखपुर गांव की तस्वीरें प्रशासनिक दावों की हवा निकालने के लिए काफी हैं. कागजों में भले ही पूरे जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया हो. लेकिन 1200 की आबादी वाले इस गांव में एक भी शौचालय नहीं है. लिहाजा गांव के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं.

गांव के अन्य मूलभूत सुविधाओं की बात करें तो गांव में सफाईकर्मी भी तैनात है. लेकिन यहां सफाईकर्मी के कभी कभार आने से गांव में नालियां गंदगी से जाम हो चुकी है. गांव में हर तरफ कूड़े का ढ़ेर लगा हुआ है. जिससे गांव के लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत जिम्मेदार अधिकारियों से भी की. लेकिन हालात अभी भी जस के तस बने हुए हैं.

undefined

वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह का कहना है कि शौचालय का बेसलाइन सर्वे 2012 की जनगणना के अनुसार हुआ था. जिसमें सभी परिवारों को शौचालय बनाने के लिए शासन से जितनी संख्या में शौचालय मांगे गए थे उसके सापेक्ष शौचालय नहीं मिले और केंद्र सरकार की वेबसाइट लॉक कर दी गई है. लिहाजा वेबसाइट के खुलने के बाद ही शेष बचे लोगों को भी शौचालय निर्माण की राशि दी जा सकेगी.

Intro:आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000

स्लग-- जिले में ओडीएफ का दावा हवा हवाई शौचालय विहीन गांव में खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर गांव वाले

एंकर-- केंद्र और प्रदेश सरकार भले ही स्वच्छ भारत मिशन को लेकर गंभीर हो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता वाले इस अभियान के लिए जोर शोर से प्रयास किए जा रहे हो लेकिन हरदोई में प्रधानमंत्री की प्राथमिकता वाला यह अभियान दम तोड़ता नजर आ रहा है यहां जिले को खुले में शौच मुक्त यानी ओडीएफ तो घोषित कर दिया गया है लेकिन कुछ इलाके ऐसे भी हैं जहां एक भी शौचालय नहीं है महिलाएं बच्चे और बुजुर्गों को शौच के लिए खुले में जाना पड़ रहा है लिहाजा स्वच्छ भारत मिशन के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं आलम यह है कि हर तरफ गंदगी का का माहौल है ऐसा नहीं कि गांव वालों ने इसके लिए आवाज नहीं उठाई लेकिन इनकी यह आवाज नक्कारखाने में तूती बनकर रह गई।


Body:vo- विगत 26 जनवरी को हरदोई जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है यानी जिले के सभी गांव खुले में शौच मुक्त हो चुके है लेकिन विकासखंड बावन के भीखपुर गांव की तस्वीरें प्रशासनिक दावों की हवा निकालने के लिए काफी हैं। कागजों में भले ही पूरे जिले को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया हो लेकिन 1200 की आबादी वाले इस गांव में एक भी शौचालय नहीं है लिहाजा गांव के बच्चे महिलाएं और बुजुर्ग खुले में शौच जाने को मजबूर हैं या फिर घास फूस का अस्थाई शौचालय बनाकर लोग शौच के लिए जाने को मजबूर हैं। इस गांव में सफाई कर्मी भी तैनात है लेकिन यहां सफाई कर्मी के कभी कभार आने से गांव में नालियों की सफाई अभी नहीं हो पाती है गांव में हर तरफ गंदगी ही गंदगी व्याप्त है और लोग इन दुश्वारियों के साथ जीवन जीने को मजबूर है। गांव के लोग बताते हैं कि ग्राम पंचायत भीखपुर में शौचालय नहीं है जबकि इस गांव के मजरों में प्रधान ने शौचालय बनवाए हैं और उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया है ऐसा नहीं कि इस बारे में गांव के लोगों ने अपनी आवाज नहीं बुलंद की लेकिन उनकी आवाज नक्कारखाने में तूती बन कर रह गई।


Conclusion:voc- इस बारे में जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह का कहना है कि शौचालय का बेसलाइन सर्वे 2012 की जनगणना के अनुसार हुआ था जिसमें सभी परिवारों को शौचालय बनवाने के लिए शासन से शौचालय के लिए जितनी संख्या में शौचालय मांगे गए थे उसके सापेक्ष शौचालय नहीं मिले और केंद्र सरकार की वेबसाइट लॉक कर दी गई है अब जब पुनः वेबसाइट के खुलने के बाद ही शेष बचे लोगों को भी शौचालय की राशि दी जा सकेगी जिसके पश्चात स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालयों का निर्माण कराया जा सकेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.