गोरखपुर: कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की कमी से हो रही मौतों के सिलसिले को रोकने के लिए शनिवार को गोरखपुर में ऑक्सीजन एक्सप्रेस पहुंची. दुर्गापुर से चलकर यह पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस गोरखपुर के जंगल नकहा रेलवे स्टेशन पर पहुंची. जहां पर रेलवे प्रबंधन ऑक्सीजन कंटेनर को उतारने और उसे व्यवस्थित तरीके से जिला और स्वास्थ्य प्रबंधन के द्वारा तय किए गए स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है. ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लेकर जिला और रेलवे प्रशासन दोनों काफी सतर्क हैं.
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गोरखपुर पहुंचने वाली यह पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस
करीब 40 मिट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन लेकर दुर्गापुर से निकली सुपर फास्ट ऑक्सीजन एक्सप्रेस वाराणसी के जखनियां रेलवे स्टेशन से आ रही है. पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोरखपुर पहुंचने वाली यह पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस है. इसके ऊपर 2 कंटेनर ऑक्सीजन के रखे गए हैं. यह लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन है, जो 40 मिट्रिक टन है.
गोरखपुर में प्रतिदिन हो रहा 8 हजार क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन
गोरखपुर में प्रतिदिन करीब तीन ऑक्सीजन प्लांट से 8 हजार क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा रहा है, लेकिन कोरोना मरीजों की गंभीरता को देखते हुए इसकी और आवश्यकता महसूस की जा रही है. यही वजह है कि अब ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से तमाम मरीजों को आवश्यकता के अनुकूल ऑक्सीजन उपलब्ध होगी, जिससे लोगों की जान बचाई जा सकेगी. वर्तमान में भी प्रतिदिन 700 से ऊपर कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. इनमें गंभीर मरीजों के इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज, रेलवे हॉस्पिटल, टीबी हॉस्पिटल के अलावा 43 निजी हॉस्पिटलों को जिला प्रशासन ऑक्सीजन उपलब्ध करा रहा है.