अयोध्या : यूपी में शिकायतों के समाधान में अयोध्या के थानों ने बाजी मारी है. ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण हो रहा है. इसकी पुष्टि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई अक्टूबर की रिपोर्ट में हुई. इसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर हैं. जबकि कोतवाली नगर टॉप पर है.
जनपद पुलिस ने आईजीआरएस निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है. पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है. एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है.
अक्टूबर में सौ फीसद शिकायतों का निस्तारण : प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था की है. नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है. शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं. डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है. अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर आईं. इसमें 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है.
अयोध्या का नगर कोतवाली नंबर वन : एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी हैय इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल करने में दूसरे नंबर पर थाना इनायतनगर है. पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है. वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं. इससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है.
पढ़िए रैंकवार थानों का स्थान और प्राप्त शिकायतों को निस्तारण : 1- कोतवाली नगर (354 शिकायत निस्तारण), 2- इनायतनगर- (297), 3- अयोध्या कोतवाली- (272), 4- कोतवाली बीकापुर- (243), 5- महराजगंज- (241), 6- रौनाही- (227), 7- रुदौली- (209), 8- गोसाईगंज- (160), 9- तारुन- (156), 10- खंडासा- (140), 11- हैदरगंज- (133), 12- कैंट- (112), 13- कुमारगंज- (89), 14- रामजन्मभूमि- (85), 15- पटरंगा- (66), 16- बाबा बाजार- (61), 17- मवई- (59), 18- थाना महिला (48), जबकि 19 रैंक पर पूराकलंदर थाना है. यहां पर 324 शिकायतों का निस्तारण किया गया. इनमें से 18 थाने यूपी में टॉपर हैं.
क्या है आइजीआरएस : एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिए एक आनलाइन माध्यम है. इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है. पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है. संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है. इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है. शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है.
प्रत्येक माह होती है शासन स्तर पर समीक्षा : आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है: आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें.
यह भी पढ़ें : यूपी के इस जिले की पुलिस क्यों नंबर 1, योगी सरकार ने लगातार तीसरी बार क्यों चुना, क्या है वजह?