प्रयागराज : जिले में वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए और पीड़ित व्यक्तियों का इलाज करने के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण में 24 घंटे कार्य करने वाले कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. नियंत्रण कक्ष के जरिये संक्रमित व्यक्तियों को तुरंत सहायता प्रदान की जा सकेगी.
मरीजों की सुविधा के लिए कंट्रोल रूम के जरिए कोरोनावायरस से पीड़ित व्यक्तियों के लिए मोबाइल नंबर जारी किया गया है. इस पर उन्हें डॉक्टर की सहायता वह जरूरी मदद देने का प्रयास किया जा रहा है. जनसाधारण के लिए यह नंबर 24 घंटे कंट्रोल रूम में कार्य कर रहा है. यह नंबर 0744 717 9060 है. यह नंबर सार्वजनिक स्थलों, समाचार पत्रों और चौराहों पर लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से भी आमजन के लिए बार-बार दोहराया जा रहा है. इससे कोई भी कोरोना वायरस से ग्रसित व्यक्ति इस नंबर पर संपर्क कर मदद ले सके.
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अस्पताल में की जा रही बेड और ऑक्सीजन की मांग
कंट्रोल रूम में मरीजों व उनके परिजनों के आने वाले फोन कॉल्स पर अस्पताल में बेड और ऑक्सीजन की मांग सबसे अधिक हो रही है.
कंट्रोलरूम जांच, भर्ती और होम आइसोलेशन में कर रहा लोगों की मदद
मौजूदा डॉक्टरों का पैनल मरीज की सही स्थिति जानने के लिए अस्पताल में मौजूद कंट्रोल रूम के अटेंडेंट से उनकी जानकारी ले रहा है. व्हाट्सएप पर मरीज की ऑक्सीजन की सही स्थिति मंगाई जा रही है. प्रयागराज शहर के बाहर संचालित होने वाले कोविड-19 अस्पतालों पर एक स्वास्थ्य कर्मी तैनात किया गया है जो कोरोना वायरस से पीड़ित अस्पताल आने वाले मरीजों की प्राथमिक जांच और उसका ऑक्सीजन लेवल पताकर कंट्रोल रूम को प्रेषित कर रहा है. इसके बाद मरीज को अस्पताल में भर्ती या होम आइसोलेशन की सलाह दी जा रही है.
अस्पताल में भर्ती करने का यह है मानक
लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीज और अस्पताल में मौजूद बेडों की संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन लेवल का एक मानक तय किया गया है. अस्पताल आने वाले जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 90 से कम है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर शहर के कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा जिन पीड़ितों का ऑक्सीजन लेवल 90 से ऊपर है, ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन और जरूरी दवाइयां लेने की सलाह दी जा रही है. जिन मरीजों का ऑक्सीजन लेवल 90 से ऊपर है और वह किसी अन्य मर्ज से पीड़ित हैं और उनकी स्थिति बिगड़ सकती है, ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए जा रहे हैं.
नियंत्रण कक्ष से होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की हो रही निगरानी
सामान्य स्थिति वाले मरीजों को होम आइसोलेशन की सलाह दी जा रही है. चिकित्सकों की टीम ने एक प्रश्न शृंखला भी तैयार की है. उस प्रश्न शृंखला के जरिए होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को कंट्रोल रूम के जरिए फोन कर उनसे उनका हालचाल पूछा जा रहा है. मरीजों द्वारा बताए जाने वाले उत्तर से होम आइसोलेशन के मरीजों लिए जरूरी इलाज और दवाइयों की जानकारी चिकित्सकों द्वारा दी जा रही है.
क्या कहते हैं कंट्रोल रूम प्रभारी
कोरोना कंट्रोल रूम प्रभारी ऋषि सहाय ने बताया कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण में लगाया कंट्रोल रूम 24 घंटे कार्य कर रहा है. यहां पर मरीजों को चिकित्सकीय सहायता के अलावा उनके संपर्क में आने वाले कांटेक्ट को ट्रेस किया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन की देखरेख का काम भी यहां से किया जा रहा है. इसके अलावा कंट्रोल रूम के पास आधा दर्जन से अधिक एंबुलेंस की तैनाती की गई है जो आपात स्थिति में कहीं भी मरीजों की स्थिति ठीक न होने पर उनकी मदद के लिए भेजी जा सकती है. सैनिटाइजेशन टीम भी कंट्रोल रूम पर तैनात की गई है.