लखनऊ: राज्य में 18 से 44 की उम्र के साथ 45 से ऊपर वालों का भी टीकाकरण चल रहा है. अभी तक सिर्फ युवाओं को टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराना अनिवार्य था, लेकिन सोमवार से बुजुर्गों की भी ऑफलाइन पंजीकरण कराने की सुविधा खत्म कर दी गई है. पहले ऑनलाइन-ऑफलाइन का 50-50 प्रतिशत का कोटा तय था. इस बदलाव का प्रमुख कारण राज्य में वैक्सीन का अभाव है. यहां शनिवार तक के लिए डोज हैं, वैक्सीन का ऑर्डर भेजा गया है.
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धीमी गति से होगा वैक्सीनेशन
राज्य में शनिवार को युवाओं के लिए कोविड वैक्सीन की डोज आई थी. इनमें से शुक्रवार तक 68,356 युवाओं को वैक्सीन लगा दी गई है. ऐसे में शनिवार तक के लिए 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए कोविड वैक्सीन बची है. इन सभी ने वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया था. यह पंजीकरण गत सोमवार को ही 8 मई तक के लिए फुल हो गया था. इसके बाद से पंजीकरण की सुविधा ब्लॉक कर दी गई. इसके अलावा अब 45 साल से ऊपर वालों का भी सोमवार से ऑफलाइन पंजीकरण नहीं होगा. ऐसे में वैक्सीनेशन कराने वालों की तादाद खुद ही घट जाएगी. लिहाजा वैक्सीन के अभाव में अभियान ब्रेक होने के बजाय सुस्त गति से चलता रहेगा. 45 से ऊपर वालों के लिए केंद्र सरकार वैक्सीन भेजती है. वहीं 18 से 44 वर्ष तक के लिए वैक्सीन राज्य सरकार को खुद खरीदनी पड़ती है. टीकाकरण अधिकारी डॉ. अजय के मुताबिक ऑर्डर भेजा गया है. जल्द ही आपूर्ति हो जाएगी. अब तक करीब 1 करोड़ 32 लाख 55 हजार 9 सौ 55 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है.
जनवरी से शुरू हुआ टीकाकरण
राज्य में जनवरी से कोरोनावायरस से बचाव का टीकाकरण शुरू हुआ है. सरकार ने पहले हेल्थ वर्कर का टीकाकरण कराने का फैसला किया था. इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर का वैक्सीनेशन शुरू किया गया. तीसरे चरण में 60 वर्ष से ऊपर और 45 साल से अधिक बीमार लोगों का टीकाकरण किया गया. साथ ही पांचवें चरण में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण किया जाना है. इनकी तादाद करीब 9 करोड़ है. सरकार पहले 7 जनपदों में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण करा रही है. उसके बाद सभी नगर निगम में अभियान शुरू किया जाएगा.