मऊ: घोसी लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे बसपा-सपा गठबंधन के प्रत्याशी अतुल राय पर शपथ पत्र में तथ्य छिपाने का आरोप लगा है. भाजपा प्रत्याशी की तरफ से एक शिकायती पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी को दिया गया है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय को नोटिस जारी कर दिया है और जवाब देने के लिए 13 मई तक का समय दिया गया है.
क्या है पूरा मामला
- भाजपा प्रत्याशी ने बताया कि गठबंधन प्रत्याशी अतुल राय ने नामांकन के दौरान 13 मामलों में नामजद होने का शपथ पत्र दिया था.
- लंका थाना में अपराध संख्या 548/19 पर दर्ज मामले के खिलाफ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी
- इसमें सुनवाई के दौरान पता चला कि अतुल राय पर 32 मामले दर्ज हैं.
- इस तरह से अतुल राय ने शपथपत्र में वास्तविकता को छिपाते हुए गलत शपथ पत्र सौंपा.
- ऐसे में अतुल राय के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए.
जिला निर्वाचन अधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्हें नोटिस जारी कर दिया है. ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि समय सीमा के अंदर जवाब न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
भाजपा प्रत्याशी द्वारा आरोप पत्र दिए जाने के बाद मऊ जनपद में सियासी पारा गरम हो गया है. अब देखना होगा जिस तरह से बनारस में तेज बहादुर यादव को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने को समय दिया गया था. उसके बाद उनका नामांकन निरस्त कर दिया गया. कहीं ऐसा ही मऊ के बसपा उम्मीदवार अतुल राय के साथ न हो जाए.