सहारनपुर : यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब पीने से लोगों के मौत का आंकड़ा बढ़कर 58 हो चुका है. वहीं दोनों ही राज्यों में अभी भी कई लोगों का ईलाज अस्पताल में चल रहा है. जिससे आंकड़ा अभी और भी बढ़ सकता है. ईटीवी भारत ने जहां अपने खुलासे में बताया कि मौत का ये कारोबार ग्रामीण इलाकों में कई सालों से चलाया जा रहा है. वहीं स्मार्ट सिटी में भी कच्ची शराब की तस्करी धड़ल्ले से किए जाने की बात पता चली है.
दरअसल, शराब माफिया हरियाणा और पंजाब से सस्ती शराब लाकर उत्तर प्रदेश के बॉर्डर एरिया में सप्लाई करते हैं. हालांकी स्थानीय पुलिस ने कई बार नकली शराब बनाने वाले शराब तस्करों का भंडाफोड़ किया है. बावजूद इसके नकली शराब बनाने का गोरखधंधा थम नहीं रहा है. वहीं ताजा खुलासे में पता चला है कि शराब तस्करी के इस खेल को स्मार्ट सिटी में भी बेखौफ होकर अंजाम दिया जा रहा है.
वहीं इस मामले को लेकर स्मार्ट सिटी में रहने वाले लोगों ने जिला प्रशासन पर कड़े सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि समय रहते प्रशासन अगर इन शराब माफियाओं पर नकेल कस ले तो ऐसी नौबत नहीं आएगी. वहीं लोगों ने पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवालिया निशान खड़े किए है. लोगों का कहना है कि पुलिस शराब तस्करों को गिरफ्तार तो करती है, लेकिन कुछ देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया जाता है.