गोरखपुर: मछुआ समाज को एससी प्रमाण पत्र जारी न करने के विरोध में निषाद समुदाय ने भाजपा के खिलाफ हल्ला बोल रैली का आयोजन किया. इस दौरान निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के आह्वान पर हजारों की संख्या में निषाद समुदाय से जुड़े लोग 'हल्ला बोल रैली' में शामिल हुए और भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया.
डॉ. संजय निषाद ने प्रेस वार्ता कर बताया कि शासन और प्रशासन की तरफ से उपेक्षित, मछुआ समाज भाजपा सरकार के खिलाफ हजारों की संख्या में इकट्ठा होकर अपनी आवाज को बुलंद करेगा. इस दौरान उन्होंने नारा देते हुए कहा कि 'गरीबी एक बीमारी है, आरक्षण एक दवाई है'.
उन्होंने बताया कि निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल, निषाद पार्टी महागठबंधन का हिस्सा है. सम्मान जनक सीटों पर लोकसभा 2019 चुनाव लड़ने को तैयार है. संविधान के अनुसूचित जाति की सूची में मझवार जिसकी पर्यायवाची जाति केवट मल्लाह, गौर, कश्यप, धीमर, धीवर, बिंद, भर, राजभर, शिल्पकार प्रजापति दर्जनों जातियां कई सर्वनामों से जानी जाती है. दिसंबर 2016 में पिछड़ी जातियों से इन्हें निकाला जा चुका है. पिछड़ी जाति प्रमाण पत्र संवैधानिक रूप से गलत है. सरकार बंटवारे के नाम पर गुमराह कर रही है, शासन को चाहिए कि हाईकोर्ट के आदेशों का शत-प्रतिशत पालन कर जाति प्रमाण पत्र जारी करें.