बाराबंकी : जिले में एक महिला और उसकी दो वर्षीय बच्ची की हत्या कर दी गई. दूसरी बेटी को घायल अवस्था में ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है. फिलहाल ये घटना क्यों और किन लोगों ने की है, पुलिस इसकी छानबीन में जुट गई है.
बताते चलें कि सुबेहा थाना क्षेत्र के लोदी पुरवा गांव का रहने वाला मेराज कुवैत में रहकर नौकरी करता है. उसका परिवार गांव में रहता है .परिवार में उसकी पत्नी जन्नतुन और दो बेटियां कुलसूम और तरन्नुम गांव में रहती थी और दो बच्चे अमेठी के भाले पुरवा में अपने नाना के साथ रहते थे. मेराज की पत्नी कभी मायके और कभी लोदी पुरवा में रहती थी. सोमवार की सुबह पड़ोसी जब अपनी छत पर चढ़ा और उसने पड़ोस में खाली पड़े हाते में देखा तो वो चौंक गया. यहां मेराज की दो वर्षीय बेटी का लहूलुहान शव पड़ा था. वो चीखते हुए नीचे आया और उसने गांव वालों को सूचना दी.
सूचना पर पहुंची सुबेहा थाने की पुलिस ने घर का दरवाजा खोला और छत पर पहुंचकर नजारा देखा तो हैरान रह गए. छत पर तख्त पर लगी मच्छरदानी के अंदर जन्नतुल का अस्त-व्यस्त शव पड़ा था. प्रथम दृष्टया धारदार हथियार से हमला कर चेहरे को ईंट से कुचला हुआ लग रहा था. उसी के पास उसकी 8 वर्षीय बेटी तरन्नुम लहूलुहान पड़ी थी. उसकी सांसे चलती देख आनन-फानन उसे ट्रामा सेंटर भेज दिया गया. हाते से दो वर्षीय बेटी कुलसूम के शव को भी बरामद कर लिया गया. मामले की गम्भीरता देख पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. डॉग स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठा कर जांच में जुट गई है.
घटना को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि महिला के साथ दुराचार के बाद हत्या की गई है. पुलिस कप्तान डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि तकरीबन 20 दिन पहले महिला अपने मायके से आई थी. बीती रात इसने अपनी जेठानी के घर खाना खाया और रात साढ़े 9 बजे अपने घर आई. घर अंदर से बंद था, जिससे ऐसा लगता है कि कोई जानकर आदमी इसकी सहमति से इसके घर आया था.