भदोही: जिले में जहां वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से सरकारी और निजी प्रतिष्ठानों दोनों को करारी चपत लग रही है, वहीं रेलवे विभाग भी इससे अछूता नहीं है. अकेले जिले के रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन तीन लाख से अधिक के टिकट कैंसिल कराए जा रहे हैं. इसकी वजह से रेलवे को काफी नुकसान हो रहा है. रेलवे यात्रियों को टिकट कैंसिल कराने पर कैश में भुगतान कर रहा है. टिकट कैंसिल कराने के लिए प्रतिदिन यात्री रेलवे स्टेशन पर लाइन लगाते हुए दिख रहे हैं.
रेलवे स्टेशन पर लगती कतार
कभी-कभी टिकट कैंसिल कराने को लेकर यात्रियों में आपस में मारपीट की भी स्थिति उत्पन्न हो जा रही है. पूर्वांचल के अन्य जनपदों के साथ-साथ जिले के भी लाखों लोग महानगरों में निवास करते हैं. अप्रैल, मई और जून में शादियां, खेती का काम और बच्चों की छुट्टियां होने के कारण लोगों ने घर आने के लिए ऑनलाइन और टिकट काउंटरों से टिकट बुक कराई थी.
टिकट को रद्द करवा पैसा वापस ले रहे लोग
अधिकतर टिकट जनवरी, फरवरी और मार्च में बुक हुई थी. इसी बीच कोरोना वायरस के कारण सरकार ने 24 मार्च की रात से लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था, जिसके बाद ट्रेनों का परिचालन पूरी तरीके से बंद हो गया था. बाद में स्पेशल ट्रेन चलाकर मजदूरों को उनके घर मुफ्त में पहुंचाया गया था. उस दौरान भी जिले में 15,000 से अधिक लोग आए थे. अब काउंटर खुलने और कुछ गाड़ियों के चलने के बाद लोग टिकट को रद्द कराकर पैसा वापस ले रहे हैं.
24 मार्च से ही टिकट कैंसिल कराने का सिलसिला चल रहा है. एक एवरेज अंदाजा लगाया जाए तो तीन लाख रुपये से अधिक के टिकट प्रतिदिन रद्द कराए जा रहे हैं. अब तक 27 लाख से अधिक रुपये के टिकट रिफंड किए जा चुके हैं. जल्द ही रुपये पाने की चाह में दूरदराज से आए लोग कतार लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं.
-राम कुमार, मुख्य आरक्षक पर्यवेक्षक, भदोही रेलवे स्टेशन