ETV Bharat / briefs

लखीमपुर: यूपी के इस जिले में मोबाइल नेटवर्क बना है चुनावी चुनौती - चुनाव की तैयारियां

यूपी के सबसे बड़े जिले लखीमपुर खीरी में मोबाइल नेटवर्क बड़ी चुनौती बना है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान समस्या हो सकती है. हालांकि एसपी का कहना है कि चुनाव में नेटवर्क के प्वाइंट देखे जा रहे हैं. जहां-जहां नेटवर्क नहीं है, वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.

जिले में मोबाइल नेटवर्क बना है चुनावी चुनौती
author img

By

Published : Feb 22, 2019, 11:10 PM IST

लखीमपुर :यूपी के सबसे बड़े जिले लखीमपुर खीरी में लोकसभा चुनाव के दौरान मोबाइल नेटवर्क सबसे बड़ी चुनौती बन सकता है. दुधवा टाइगर रिजर्व और इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे इस जिले में मोबाइल नेटवर्क प्रशासन के लिये चुनावी चुनौती बना हुआ है. हालांकि एसपी का कहना है कि चुनाव में नेटवर्क के प्वाइंट देखे जा रहे हैं. जहां-जहां नेटवर्क नहीं हैं, वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में आरटी सेट लगाए जा रहे हैं.

देखें वीडियो


यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी मूड में आ चुका है. मत पत्रों का परीक्षण हो चुका है. इसके अलावा ईवीएम भी आ चुकी है. अभी कुछ वीवीपैट नहीं आए हैं जो जल्द आने वाले हैं. चुनाव को लेकर प्रशासन ने कर्मचारियों के दायित्वों को भी बांटना शुरू कर दिया है. चुनावी ड्यूटी के लिए सभी विभागों से लिस्ट भी मांग ली गई है. किस विभाग में कितने कर्मचारी ड्यूटी पर लगाए जाने हैं, कहां महिलाकर्मियों की जरूरत है, कहां पुरुषों की इस बारे में भी तेजी से काम चल रहा है.

undefined


चुनाव में पुलिस का एक बड़ा दायित्व होता है और इसे लेकर सभी थानों की पुलिस के साथ एसपी पूनम मीटिंग कर चुकी हैं. सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों से कह दिया गया है कि चुनाव के पहले सभी लाइसेंसधारियों के लाइसेंस का वेरिफिकेशन करा लें. इसके अलावा शस्त्रों के जमा करने की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू करा लें. चुनाव से पहले ही सभी संवेदनशील, अतिसंवेदनशील बूथ पुलिस ने चिन्हित कर लिए हैं. सब इंस्पेक्टर्स से एक-एक बार सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और वहां की व्यवस्थाएं भी देखने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

लखीमपुर :यूपी के सबसे बड़े जिले लखीमपुर खीरी में लोकसभा चुनाव के दौरान मोबाइल नेटवर्क सबसे बड़ी चुनौती बन सकता है. दुधवा टाइगर रिजर्व और इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे इस जिले में मोबाइल नेटवर्क प्रशासन के लिये चुनावी चुनौती बना हुआ है. हालांकि एसपी का कहना है कि चुनाव में नेटवर्क के प्वाइंट देखे जा रहे हैं. जहां-जहां नेटवर्क नहीं हैं, वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में आरटी सेट लगाए जा रहे हैं.

देखें वीडियो


यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी मूड में आ चुका है. मत पत्रों का परीक्षण हो चुका है. इसके अलावा ईवीएम भी आ चुकी है. अभी कुछ वीवीपैट नहीं आए हैं जो जल्द आने वाले हैं. चुनाव को लेकर प्रशासन ने कर्मचारियों के दायित्वों को भी बांटना शुरू कर दिया है. चुनावी ड्यूटी के लिए सभी विभागों से लिस्ट भी मांग ली गई है. किस विभाग में कितने कर्मचारी ड्यूटी पर लगाए जाने हैं, कहां महिलाकर्मियों की जरूरत है, कहां पुरुषों की इस बारे में भी तेजी से काम चल रहा है.

undefined


चुनाव में पुलिस का एक बड़ा दायित्व होता है और इसे लेकर सभी थानों की पुलिस के साथ एसपी पूनम मीटिंग कर चुकी हैं. सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों से कह दिया गया है कि चुनाव के पहले सभी लाइसेंसधारियों के लाइसेंस का वेरिफिकेशन करा लें. इसके अलावा शस्त्रों के जमा करने की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू करा लें. चुनाव से पहले ही सभी संवेदनशील, अतिसंवेदनशील बूथ पुलिस ने चिन्हित कर लिए हैं. सब इंस्पेक्टर्स से एक-एक बार सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और वहां की व्यवस्थाएं भी देखने के निर्देश दिए जा चुके हैं.

Intro:लखीमपुर- यूपी के सबसे बड़े लखीमपुर खीरी जिले में लोकसभा चुनाव में अब नेटवर्क सबसे बड़ा चुनावी चुनौती बना हुआ है दुधवा टाइगर रिजर्व और इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे इस जिले में मोबाइल नेटवर्क प्रशासन की चुनावी चुनौती बना हुआ है हालांकि एसपी का कहना है कि चुनाव में नेटवर्क के पॉइंट्स देखे जा रहे हैं जहां जहां नेटवर्क नहीं है वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में आरटी सेट लगाए जा रहे हैं।
यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी मूड में आ चुका है मत पत्रों का परीक्षण हो चुका है इसके अलावा ईवीएम मशीन में भी आ चुकी है अभी कुछ वीवीपैट नहीं आए हैं जो जल्द आने वाले हैं। चुनाव को लेकर प्रशासन ने कर्मचारियों के दायित्वों को भी बांटना शुरू कर दिया है चुनावी ड्यूटी के लिए सभी विभागों से लिस्ट भी मांग ली गई है किस विभाग में कितने कर्मचारी ड्यूटी पर लगाया जाने हैं का महिला की जरूरत है कहां पुरुषों की इस सफर भी तेजी से काम चल रहा है।


Body:चुनाव में पुलिस का एक बड़ा दायित्व होता है और इसको लेकर के सभी थानों की पुलिस की मीटिंग भी एसपी पूनम ले चुकी हैं सभी से कह दिया गया है की चुनाव के पहले सभी लाइसेंस धारियों के लाइसेंस का वेरिफिकेशन करा लें इसके अलावा शास्त्रों के जमा करने की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू करा ले। चुनाव से पहले ही सभी संवेदनशील अतिसंवेदनशील बूथ पुलिस ने चिन्हित कर लिए हैं। सब इंस्पेक्टरों से एक एक बार सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और वहां की व्यवस्थाएं भी देखने के निर्देश दिए जा चुके हैं। प्रिंस अव्यवस्थाओं के बाद भी प्रशासन के लिए एक बड़ा सिरदर्द बना है वह है खीरी जिले में मोबाइल का नेटवर्क क्योंकि यूपी के सबसे बड़े जिले और इंडो नेपाल बॉर्डर और दुधवा टाइगर रिजर्व जैसे जंगलों के बीच के गांव में कई जगह नेटवर्क की सुविधाएं नहीं है। कई मतदान केंद्र भी ऐसे हैं जहां पर मोबाइल का नेटवर्क पकड़ता ही नहीं इसको लेकर प्रशासन ने अब माथापच्ची शुरू कर दी है।


Conclusion:एसपी पूनम का कहना है कि जहां-जहां भी मोबाइल नेटवर्क नहीं आता उसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस मिलकर उन जगहों को चिन्हित कर रही है सभी स्पेक्टर सर थानेदारों को कह दिया गया है कि उन स्थानों का चयन करें जहां मोबाइल नेटवर्क नहीं आता है ऐसे स्थानों पर चुनाव के पहले ही हमार टीशर्ट या कोई वैकल्पिक कम्युनिकेशन की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मोबाइल नेटवर्क ना होने की स्थिति में कई जगह पर आर्टिस्ट लगाया जाएंगे और कहीं कहीं और वैकल्पिक साधन भी तलाशी जा रहे हैं।
बाइट-पूनम-(एसपी खीरी)
पीटीसी-प्रशान्त पाण्डेय
------------------
प्रशान्त पाण्डेय
9984152598
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.