लखीमपुर :यूपी के सबसे बड़े जिले लखीमपुर खीरी में लोकसभा चुनाव के दौरान मोबाइल नेटवर्क सबसे बड़ी चुनौती बन सकता है. दुधवा टाइगर रिजर्व और इंडो नेपाल बॉर्डर से सटे इस जिले में मोबाइल नेटवर्क प्रशासन के लिये चुनावी चुनौती बना हुआ है. हालांकि एसपी का कहना है कि चुनाव में नेटवर्क के प्वाइंट देखे जा रहे हैं. जहां-जहां नेटवर्क नहीं हैं, वहां पर वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में आरटी सेट लगाए जा रहे हैं.
यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी मूड में आ चुका है. मत पत्रों का परीक्षण हो चुका है. इसके अलावा ईवीएम भी आ चुकी है. अभी कुछ वीवीपैट नहीं आए हैं जो जल्द आने वाले हैं. चुनाव को लेकर प्रशासन ने कर्मचारियों के दायित्वों को भी बांटना शुरू कर दिया है. चुनावी ड्यूटी के लिए सभी विभागों से लिस्ट भी मांग ली गई है. किस विभाग में कितने कर्मचारी ड्यूटी पर लगाए जाने हैं, कहां महिलाकर्मियों की जरूरत है, कहां पुरुषों की इस बारे में भी तेजी से काम चल रहा है.
चुनाव में पुलिस का एक बड़ा दायित्व होता है और इसे लेकर सभी थानों की पुलिस के साथ एसपी पूनम मीटिंग कर चुकी हैं. सभी अधिकारियों और पुलिसकर्मियों से कह दिया गया है कि चुनाव के पहले सभी लाइसेंसधारियों के लाइसेंस का वेरिफिकेशन करा लें. इसके अलावा शस्त्रों के जमा करने की प्रक्रिया भी जल्दी शुरू करा लें. चुनाव से पहले ही सभी संवेदनशील, अतिसंवेदनशील बूथ पुलिस ने चिन्हित कर लिए हैं. सब इंस्पेक्टर्स से एक-एक बार सभी मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने और वहां की व्यवस्थाएं भी देखने के निर्देश दिए जा चुके हैं.