वाराणसी: 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पूरे देश में जगह-जगह विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जिससे लोगों को योग के महत्व के बारे में बताकर प्राचीन एवं परम्परागत इस विरासत का संरक्षण किया जा सके. वहीं योग दिवस के अवसर पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी इस बार इतिहास रचने की तैयारी में है. विश्वविद्यालय की प्रेरणा से 'एसोसिएशन ऑफ योगा इंस्ट्रक्टर ऑफ मलेशिया' 21 जून को मलेशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने के लिए प्रयत्नशील है.
वर्चुअल योगा कार्यक्रम में भाग लेंगे 10 हजार लोग
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टी. एन सिंह ने बताया कि विश्व का योग का पहला वर्चुअल योगा कार्यक्रम 12 घंटे का आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न राष्ट्रों से कुल एक लाख लोग प्रतिभाग करेंगे. इस वैश्विक आयोजन में 21 जून प्रात: 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक कार्यक्रम चलेंगे.
कुलपति ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आरंभ होने से इस भारतीय विद्या का पूरा विश्व में डंका बज रहा है. वर्तमान परिप्रेक्ष्य में योग का महत्व और अधिक बढ़ गया है. आज कोरोना वायरस से विश्व समुदाय को निजात दिलाने के लिए योग एक महत्वपूर्ण हथियार हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए 'योग एट होम एंड योगा विद फैमिली' भारत सरकार की इस घोषणा को आगे बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय ने यह प्रयास शुरू किया है. इस आयोजन में पूरे विश्व से योग विषय के विद्वान भाग लेंगे. विश्वविद्यालय की तरफ से सहायक प्राध्यापक डॉ. हरेराम पांडेय इस कार्यक्रम का संयोजन कर रहे हैं.