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बड़गांव में शहीद पंकज के पिता ने कहा, अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए - martyred panka

बड़गांव में प्लेन क्रैश होने से मथुरा जनपद के पंकज सिंह नोहवार शहीद हो गए. शहीद पंकज सिंह के पिता ने कहा पाकिस्तान के साथ आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए, आखिर कब तक ऐसे चलेगा.

शहीद पंकज के पिता.
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Published : Feb 28, 2019, 3:12 PM IST

मथुरा : बड़गांव में हुए प्लेन क्रैश में मथुरा के जरेलिया गांव के लाल पंकज कुमार शहीद हो गए. शहीद पंकज एयरफोर्स की वन-विंग बटालियन में कोपल के पद पर तैनात थे. शहीद पंकज के पिता ने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोती रहेंगी. अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए.

शहीद पंकज के पिता.

शहीद पंकज 2012 में सेना में भर्ती हुआ थे और दो भाइयों में बड़ा थे, छोटा भाई अजय है जो पढ़ रहा है. शहीद पंकज की शादी 2015 में हुई थी और उनका डेढ़ साल का बेटा रूद्र है.

शहीद पंकज के पिता नोहबत सिंह ने बताया कि पंकज का पार्थिव शरीर दोपहर 3 या 4 बजे तक आ जाएगा. वहीं सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि सरकार जो कार्रवाई कर रही है वो ठीक है, लेकिन उसमें और तेजी आनी चाहिए. यह सब अब खत्म होना चाहिए. 30 साल पहले में सर्विस कर रहा था, तब से अब तक यही चल रहा है. अभी तक खत्म नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोते रहेंगी. अब आर-पार कर देना चाहिए. पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए.

मथुरा : बड़गांव में हुए प्लेन क्रैश में मथुरा के जरेलिया गांव के लाल पंकज कुमार शहीद हो गए. शहीद पंकज एयरफोर्स की वन-विंग बटालियन में कोपल के पद पर तैनात थे. शहीद पंकज के पिता ने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोती रहेंगी. अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए.

शहीद पंकज के पिता.

शहीद पंकज 2012 में सेना में भर्ती हुआ थे और दो भाइयों में बड़ा थे, छोटा भाई अजय है जो पढ़ रहा है. शहीद पंकज की शादी 2015 में हुई थी और उनका डेढ़ साल का बेटा रूद्र है.

शहीद पंकज के पिता नोहबत सिंह ने बताया कि पंकज का पार्थिव शरीर दोपहर 3 या 4 बजे तक आ जाएगा. वहीं सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि सरकार जो कार्रवाई कर रही है वो ठीक है, लेकिन उसमें और तेजी आनी चाहिए. यह सब अब खत्म होना चाहिए. 30 साल पहले में सर्विस कर रहा था, तब से अब तक यही चल रहा है. अभी तक खत्म नहीं हुआ.

उन्होंने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोते रहेंगी. अब आर-पार कर देना चाहिए. पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए.

Intro:बड़गांव में हुए विमान क्रैश में मथुरा के नौहझील बाजना के जरेलिया गांव का लाल पंकज कुमार भी शहीद हो गया। शहीद पंकज एयर फोर्स की वन बिग बटालियन में कोपल के पद पर तैनात था। पंकज के शहीद होने की सूचना पंकज के पिता को फोन पर मिली। पंकज के पिता नोहबत सिंह भी सेवानिवृत्त सूबेदार हैं। पंकज के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार के साथ मथुरा के बालाजीपुरम के सारंग बिहार स्थित आवास पर गम हिना माहौल में तब्दील हो गया।


Body:पंकज के शहीद होने की खबर के बाद पंकज के घर पर लोगों का ताता शहीद के परिजनों को सांत्वना देने में जुट गया। शहीद पंकज 2012 में सेना में भर्ती हुआ था और दो भाइयों में बड़ा था छोटा भाई अजय है जो पड़ रहा है। पंकज की शादी 2015 में हुई थी और उसके डेढ़ साल का बेटा रूद्र है। वहीं जब हमने पंकज के पिता नोहबत सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि पंकज का पार्थिव शरीर दोपहर 3या 4 बजे तक पहुंच पाएगा। वहीं सरकार द्वारा की जा रही कार्यवाही के बारे में पूछा गया तो कहा कि सरकार तो कार्रवाई कर रही है वह ठीक है, लेकिन उसमें और तेजी आनी चाहिए ।यह सब अब खत्म होना चाहिए 30 साल पहले में सर्विस कर रहा था जब से अब तक यही चल रहा है अभी तक खत्म नहीं हो रहा। कब खत्म होगा क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे। रोज आते रहेंगे किसी की बेटी किसी की बहू यहां इसी तरह रोते रहेंगे। अब आर पार कर देना चाहिए पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए कब तक झेलेंगे । वहीं सूत्रों के मुताबिक जहां शहीद का शव रखा जाना है उस जमीन को लेकर विवाद चल रहा है, जिस के सवाल पर बताया कि प्रशासन की मेरे से अभी तक कोई बात नहीं हुई है। जब हमने पूछा कि प्रशासन इस में कोई मदद नहीं कर रहा है तो कहा कि मेरी बात नहीं हो पाई है उन से कुछ भी अभी तक।


Conclusion:अपने बेटे की शहादत पर नोहबत सिंह को गर्व है ,और 30 साल सेना में रहकर देश की सेवा करने वाले नोहबत सिंह आज भी मांग करते हैं कि पाकिस्तान से एक बार आर पार कर लेनी चाहिए। वहीं शहीद पंकज के पिता की गुहार है कि कब तक इसी तरह हमारे जवान शहीद होकर आते रहेंगे। कब तक हमारी बहन बेटियां इसी तरह रोती रहेंगी अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को जवाब दे देना चाहिए।
बाइट- शहीद पंकज के पितानोहबत सिंह
स्ट्रिंगर मथुरा
राहुल खरे
mb-9897000608
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