मथुरा : बड़गांव में हुए प्लेन क्रैश में मथुरा के जरेलिया गांव के लाल पंकज कुमार शहीद हो गए. शहीद पंकज एयरफोर्स की वन-विंग बटालियन में कोपल के पद पर तैनात थे. शहीद पंकज के पिता ने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोती रहेंगी. अब आर-पार की लड़ाई होनी चाहिए.
शहीद पंकज 2012 में सेना में भर्ती हुआ थे और दो भाइयों में बड़ा थे, छोटा भाई अजय है जो पढ़ रहा है. शहीद पंकज की शादी 2015 में हुई थी और उनका डेढ़ साल का बेटा रूद्र है.
शहीद पंकज के पिता नोहबत सिंह ने बताया कि पंकज का पार्थिव शरीर दोपहर 3 या 4 बजे तक आ जाएगा. वहीं सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि सरकार जो कार्रवाई कर रही है वो ठीक है, लेकिन उसमें और तेजी आनी चाहिए. यह सब अब खत्म होना चाहिए. 30 साल पहले में सर्विस कर रहा था, तब से अब तक यही चल रहा है. अभी तक खत्म नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि क्या ऐसे ही जवान शहीद होते रहेंगे और रोज किसी की बेटी तो किसी की बहू यहां इसी तरह रोते रहेंगी. अब आर-पार कर देना चाहिए. पाकिस्तान को खत्म कर देना चाहिए.