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रायबरेली: रेलवे बोर्ड के निर्णय के खिलाफ कर्मचारियों का प्रदर्शन

रेलवे बोर्ड द्वारा भारतीय रेल की निर्माण इकाइयों के निगमीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री के कर्मचारीयों व संघर्ष समिति ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन के समय एमसीएफ परिसर में भारी संख्या में महिला कर्मचारी भी उपस्थित रहीं.

रेलवे बोर्ड के निर्णय के खिलाफ प्रर्दशन करते कर्मचारियों
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Published : Jul 3, 2019, 8:48 PM IST

रायबरेली: रेलवे बोर्ड द्वारा भारतीय रेल की निर्माण इकाइयों के निगमीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ संघर्ष समिति ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन के समय एमसीएफ परिसर में काफी संख्या में महिला कर्मचारी भी एकत्रित रही. जहां कुछ महिलाएं मॉडर्न कोच फैक्ट्री में कार्यरत हैं. वहीं कुछ ऐसी भी हैं जिनके परिवार के सदस्य या पति इस कारखाने में काम करते हैं पर जब इकाई के अस्तित्व पर संकट मंडराया तो घर छोड़कर पति का साथ देने फैक्ट्री परिसर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन में नारा बुलंद किया.

रेलवे बोर्ड के निर्णय के खिलाफ प्रर्दशन करते कर्मचारियों

क्या था मामला

  • 18 जून को चेयरमैन रेलवे बोर्ड द्वारा निगमीकरण को लेकर एक खाका तैयार किया गया था.
  • इसकी शुरुआत रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री से किए जाने का निर्णय भी रेलवे बोर्ड द्वारा लिया गया था.



निगमीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ओमकरिणी कसौधन, महिला कर्मचारी

जब एमसीएफ में तय लक्ष्य से ज्यादा डिब्बे निर्मित हो रहे हैं, तो आखिर क्यों ऐसा निर्णय लिया गया है. जब तक इस निर्णय को वापस नहीं लिया जाता एमसीएफ से किसी भी रुप में जुड़ी महिलाएं चैन की सांस नही लेंगी. आने वाले दिनों में और मुखर प्रदर्शन देखने को मिलेगा.
ललितेश, ओ.एस. मॉडर्न कोच फैक्ट्री

हजारों की संख्या में लोग इस फैक्ट्री पर निर्भर हैं और जल्दबाजी में लिए गए इस निर्णय के विपरीत परिणाम देखने को मिल सकते हैं. इसीलिए इस विरोध प्रदर्शन में हम शामिल हैं और हर परिस्थितियों में अपने परिजनों के साथ आंदोलन करने को तैयार हैं.
निर्मला कुमारी, महिला कर्मचारी

पीएम मोदी ने फैक्ट्री कर्मचारियों व श्रमिकों के हितों के विरुद्ध निर्णय लिया है. निगमीकरण के बाद कुछ ही दिनों में एमसीएफ के निजीकरण होने की भी प्रबल संभावना रहेगी और यही कारण है कि हम सब एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
रंजना, महिला कर्मचारी

रायबरेली: रेलवे बोर्ड द्वारा भारतीय रेल की निर्माण इकाइयों के निगमीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ संघर्ष समिति ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. प्रदर्शन के समय एमसीएफ परिसर में काफी संख्या में महिला कर्मचारी भी एकत्रित रही. जहां कुछ महिलाएं मॉडर्न कोच फैक्ट्री में कार्यरत हैं. वहीं कुछ ऐसी भी हैं जिनके परिवार के सदस्य या पति इस कारखाने में काम करते हैं पर जब इकाई के अस्तित्व पर संकट मंडराया तो घर छोड़कर पति का साथ देने फैक्ट्री परिसर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन में नारा बुलंद किया.

रेलवे बोर्ड के निर्णय के खिलाफ प्रर्दशन करते कर्मचारियों

क्या था मामला

  • 18 जून को चेयरमैन रेलवे बोर्ड द्वारा निगमीकरण को लेकर एक खाका तैयार किया गया था.
  • इसकी शुरुआत रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री से किए जाने का निर्णय भी रेलवे बोर्ड द्वारा लिया गया था.



निगमीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ओमकरिणी कसौधन, महिला कर्मचारी

जब एमसीएफ में तय लक्ष्य से ज्यादा डिब्बे निर्मित हो रहे हैं, तो आखिर क्यों ऐसा निर्णय लिया गया है. जब तक इस निर्णय को वापस नहीं लिया जाता एमसीएफ से किसी भी रुप में जुड़ी महिलाएं चैन की सांस नही लेंगी. आने वाले दिनों में और मुखर प्रदर्शन देखने को मिलेगा.
ललितेश, ओ.एस. मॉडर्न कोच फैक्ट्री

हजारों की संख्या में लोग इस फैक्ट्री पर निर्भर हैं और जल्दबाजी में लिए गए इस निर्णय के विपरीत परिणाम देखने को मिल सकते हैं. इसीलिए इस विरोध प्रदर्शन में हम शामिल हैं और हर परिस्थितियों में अपने परिजनों के साथ आंदोलन करने को तैयार हैं.
निर्मला कुमारी, महिला कर्मचारी

पीएम मोदी ने फैक्ट्री कर्मचारियों व श्रमिकों के हितों के विरुद्ध निर्णय लिया है. निगमीकरण के बाद कुछ ही दिनों में एमसीएफ के निजीकरण होने की भी प्रबल संभावना रहेगी और यही कारण है कि हम सब एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
रंजना, महिला कर्मचारी

Intro:रायबरेली:रेलवे बोर्ड के निर्णय के खिलाफ़ एमसीएफ में एकजुट हुए महिलाशक्ति,आर पार की लड़ाई का किया ऐलान

03 जुलाई 2019 - रायबरेली

रेलवे बोर्ड द्वारा भारतीय रेल की निर्माण इकाइयों के निगमीकरण के प्रस्ताव के खिलाफ संघर्ष समिति के प्रदर्शन को धार देने एमसीएफ परिसर में महिलाएं भी जुटी।काफी संख्या में एकत्रित महिलाओं में जहां कुछ महिलाएं मॉडर्न कोच फैक्ट्री में कार्यरत है वही कुछ ऐसी भी है जिनके परिवार के सदस्य या पति इस कारखाने में काम करते है पर जब इकाई के अस्तित्व पर संकट मंडराया तो घर छोड़कर पति का साथ देने फैक्ट्री परिसर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन में नारा बुलंद किया।


Body:दरअसल बीते 18 जून को चेयरमैन रेलवे बोर्ड द्वारा निगमीकरण को लेकर एक खाका तैयार किया गया था,इस प्रक्रिया की शुरुआत रायबरेली के मॉडर्न कोच फैक्ट्री से किए जाने के निर्णय भी रेलवे बोर्ड द्वारा लिया गया था।इसी के खिलाफ आधुनिक रेल डिब्बा कारखाना परिसर में कर्मचारी व श्रमिक यूनियनों द्वारा संघर्ष समिति के बैनर तले लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इस विरोध प्रदर्शन की मुहिम को आगे बढ़ाने का जिम्मा फैक्ट्री की महिला कर्मचारियों के अलावा उन महिलाओं के जिम्मे भी सौंपा गया है जो आमतौर पर गृहस्थी की बागडौर संभालती रही हैं निजीकरण के बाद पूंजीपतियों के हाथों एमसीएफ के कमान मिलने के अंदेशे के कारण वो ज़मीन पर उतर कर प्रदर्शन में शामिल होने पर मजबूर होने की बात कही।

मॉडर्न कोच फैक्ट्री में 'ग्रुप सी स्टाफ' के रूप में कार्यरत ओमकरिणी कसौधन का कहना है कि निगमीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जाएगा।

वही आधुनिक रेल डिब्बा कारखाने में ओ.एस.के रुप मे तैनात ललितेश ने दावा किया कि जब एमसीएफ में तय लक्ष्य से ज्यादा डिब्बे निर्मित हो रहे है तो आखिर क्यों ऐसा निर्णय लिया गया है।महिलाशक्ति की एकजुटता दिखाते हुए वो दावा करते है कि जब तक इस निर्णय को वापस नही लिया जाता एमसीएफ से किसी भी रुप मे जुड़ी महिलाएं चैन की सांस नही लेंगी और आने वाले दिनों में और मुखर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।

एमसीएफ में ग्रुप सी वर्ग में कार्यरत एक कमर्चारी की पत्नी निर्मला कुमारी ने बताया कि हज़ारों की संख्या में लोग इस फैक्ट्री पर निर्भर है और जल्द बाज़ी में लिए गए इस निर्णय के विपरीत परिणाम देखने को मिल सकते है इसीलिए इस विरोध प्रदर्शन में हम शामिल है और हर परिस्थितियों में अपने परिजनों के साथ आंदोलन करने को तैयार है।

पीएम मोदी पर फैक्ट्री कर्मचारियों व श्रमिकों के हितों के विरुद्ध निर्णय लेने की बात कहते हुए रंजना का कहना कि निगमीकरण के बाद कुछ ही दिनों में एमसीएफ के निजीकरण होने की भी प्रबल संभावना रहेगी और यही कारण है कि वो सभी एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है।







Conclusion:विज़ुअल: संबंधित विज़ुअल व

बाइट1: ओमकरिणी कसौधन - ग्रुप सी एम्प्लॉई - मॉडर्न कोच फैक्ट्री - रायबरेली

बाइट2:ललितेश - ओ.एस. - मॉडर्न कोच फैक्ट्री - रायबरेली

बाइट3:निर्मला कुमारी - एमसीएफ में ग्रुप सी वर्ग में कार्यरत कर्मचारी के परिजन

बाइट4:रंजना - एमसीएफ कर्मचारी के परिजन

प्रणव कुमार - 7000024034
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