अयोध्या: कोतवाली अयोध्या क्षेत्र के वासुदेव घाट में मंदिर के महंत और उनकी पत्नी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. महंत की पत्नी को गंभीर चोटें आई हैं. मामले में पीड़िता ने पुलिस प्रशासन पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है.
यह मामला अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के वासुदेव घाट स्थित पंचमुखी मंदिर का है. मंदिर की आवासीय परिसर में रह रहे महंत पंकज शरण मिश्रा और उनकी पत्नी निकिता मिश्रा के साथ मारपीट की गई है. यह घटना 23 मई यानी शनिवार की है. मामले में महंत की पत्नी निकिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है. लेकिन पीड़िता की ओर से पुलिस प्रशासन पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई न करने का आरोप लगाया जा रहा है. निकिता का कहना है कि आरोपी परमानंद मिश्रा, रवि प्रकाश और शशि प्रकाश के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली गई है. लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन पर कार्रवाई करने के बजाय पति को ही हिरासत में ले लिया है.
रामनगरी के वासुदेव घाट स्थित पंचमुखी मंदिर के मौजूदा महंत पंकज मिश्रा है. पूर्व के महंत ने उन्हें मंदिर के व्यवस्था का कार्यभार सौंपा था. इसके बाद उनका देहांत हो गया था. बताया जा रहा है कि पंचमुखी मंदिर की व्यवस्था पंकज मिश्रा के हाथ में आने परमानंद मिश्रा उनका विरोध करने लगे थे. जिसके बाद लगातार विवाद की बातें सामने आ रही थी. आरोप है कि बुधवार को परमानंद मिश्रा अपने घर के दो अन्य लोगों के साथ महंत पंकज शरण के कमरे में घुसे और उनकी पत्नी के साथ मारपीट करने लगे. यह देख जब महंत पंकज अपनी पत्नी को बचाने दौड़े तो आरोपियों ने उन्हें बुरी तरह मारा पीटा.
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मामले में महंत पंकज शरण की पत्नी पीड़िता निकिता मिश्रा का कहना है कि आरोपी उसके पति का पंचमुखी मंदिर के महंत को जबरदस्ती बाहर निकालना चाहते हैं. आए दिन से मारने की धमकी देते रहते हैं. बुधवार को वे अचानक घर में घुसे और मारपीट करने का लगे. पीड़िता का कहना है कि जब उसके पति महंत पंकज मिश्रा उसके बचाव में आए तो आरोपियों ने उन्हें बुरी तरह मारा पीटा. पीड़िता ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि न्याय दिलाने के बजाय उसके पति को ही बंद कर दिया गया है. वहीं एफआईआर दर्ज होने के बावजूद आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जा रही है.