लखनऊ: राजधानी लखनऊ में सोमवार को काकोरी पुलिस ने एक शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है. पुलिस के हत्थे चढ़े इस आरोपी पर जालसाजी और ठगी के 19 मुकदमे दर्ज हैं. आरोपी काफी समय से फरार चल रहा था और लखनऊ पुलिस इसकी तलाश में लगी हुई थी.
आरोपी पर फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करने का आरोप
एक तरफ लखनऊ पुलिस कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जहां लगातार सक्रिय भूमिका निभा रही है. वहीं दूसरी ओर अपराध पर लगाम लगाने और फरार आरोपियों को पकड़ने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. सोमवार को थाना काकोरी पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने अंशुल थपलियाल नाम के शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है. अंशुल पर आरोप है कि उसने लोअर पीसीएस के पद पर तैनात रहते हुए लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र, नकली टेंडर जारी करते हुए मोटी रकम ऐंठी है.
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आरोपी अंशुल पर 19 मुकदमें हैं दर्ज
आरोपी अंशुल थपरियाल काफी लंबे समय से फरार चल रहा था, उसके खिलाफ लगभग 19 मुकदमे पहले से दर्ज हैं. जिसमें से तीन मुकदमे काकोरी थाने में पंजीकृत हैं. सोमवार को काकोरी पुलिस ने अंशुल थपरियाल को कानपुर बाईपास रोड से गिरफ्तार किया है. आरोपी अंशुल थपलियाल मूल रूप से देहरादून का रहने वाला है और उस पर लखनऊ सहित कई जनपदों में जालसाजी और ठगी का केस दर्ज है.
आरोपी पहले भी कई बार जा चुका है जेल
पूरे मामले पर एडीसीपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि, आरोपी को फेसबुक के जरिए काकोरी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मुकदमे लंबित हैं और यह पिछले कई दिनों से वांछित चल रहा था. साथ ही उन्होंने बताया कि, आरोपी अंशुल कई बार जेल भी जा चुका है और जमानत पर बाहर था. यह बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित कई नौकरियों के फर्जी नियुक्ति पत्र जारी कर चुका है और इसके बदले उसने कई लोगों से मोटी रकम ऐंठी है. आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.