लखनऊ: गर्मी बढ़ने के साथ-साथ अस्पतालों के बर्न यूनिट में मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है. अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. वहीं अस्पताल में बर्न यूनिट और बर्न वार्डों की बेडों की संख्या कम पड़ने लगी है. संसाधनों की कमी की वजह से अस्पताल में मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
राजधानी का सिविल अस्पताल
- सिविल इकलौता सरकारी अस्पताल है जिसकी बर्न यूनिट में सबसे ज्यादा मरीजों को इलाज किया जाता है.
- गर्मी आते ही अस्पताल के बर्न यूनिट में मरीजों की संख्या बढ़ गई है. जिससे सिविल अस्पताल का यूनिट ओवरलोड हो गया है.
- यूनिट में करीब 50 बेड उपलब्ध है, लेकिन मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह से इन मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है.
- एक ओर जहां बर्न यूनिट की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. वहीं पूरी यूनिट एक सर्जन के भरोसे चल रहा है.
- इतना ही नहीं यहां के बर्न यूनिट में एयर कंडीशन की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है.
राजधानी का बलरामपुर अस्पताल
- बलरामपुर अस्पताल में तो आग के शिकार हुए मरीजों को राहत देने के लिए बर्न यूनिट तक उपलब्ध नहीं है.
- यहां एक वार्ड को बर्न वार्ड बनाया गया, लेकिन उसमें आग के शिकार हुए मरीजों के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं.