कन्नौज: बारिश का मौसम नजदीक है, इसलिए ईंट-भट्टों पर ईंटें पाथने का काम बंद हो रहा है. ऐसे में बिहारी मजदूरों के यहां रहने से उनके सामने जीवन-यापन की समस्या उत्पन्न होगी. लिहाजा जिला प्रशासन ने ईंट-भट्टा संचालकों और उनके संगठन के पदाधिकारियों के साथ बातचीत कर मजदूरों को उनके घर बिहार और छत्तीसगढ़ भेजने की रणनीति बनाई है. भट्टा मजदूरों को उनके घर बिहार ट्रेनों से भेजा जाएगा.
इसके लिए रविवार को मजदूरों को पहले नवीन मंडी समिति परिसर में एकत्र किया गया. जहां सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कराने और खाने-पीने का सामान देने के बाद रेलवे स्टेशन भेजा जाएगा. डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले के 100 ईंट-भट्टों से करीब 11 हजार 776 मजदूरों को भेजने के लिए चिह्नित किया गया है. जिनमें से 310 मजदूर छत्तीसगढ़ के हैं.
कन्नौज से बिहार जाएंगी 6 ट्रेनें
भट्टा मजदूरों को बिहार भेजने के लिए प्रशासन ने केंद्र से 6 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की मांग की है, जिसकी मंजूरी मिलते ही मजदूरों को भेजने की तैयारी शुरू कर दी गईं. बताया गया कि भट्ठा मालिकों ने श्रमिकों का भुगतान और किराये की व्यवस्था कर दी है. कन्नौज में शाम पांच और सात बजे ट्रेन आने का समय रखा गया है. ट्रेन अन्य जिलों से होते हुए आएगी.
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गैर जनपदों की ट्रेन से छत्तीसगढ़ के मजदूर भेजे जाएंगे
बिहार के मजदूरों की संख्या अधिक होने के कारण उनको बिहार भेजने के लिए छह ट्रेनों का इंतजाम कराया गया है, जबकि छत्तीसगढ़ के 310 श्रमिक होने के कारण अलग से किसी ट्रेन का इंतजाम नहीं किया गया. छत्तीसगढ़ वाले श्रमिकों को आसपास के जिलों से चलने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से भेजने का काम किया जाएगा.
स्टेशन परिसर में लगाया गया टेंट
भट्टा मजदूरों को उनके घरों में भेजने के लिए रेलवे स्टेशन पर भी खास इंतजाम किए गए. स्टेशन परिसर में मजदूरों को धूप से बचाने के लिए साइकिल स्टैंड के पास टेंट लगवाया गया. पीने के पानी के लिए नगर पालिका से पानी का टैंक मंगवाया गया. पुलिस फोर्स की भी खासी व्यवस्था की गई. मजदूरों के एकजुट होने वाली जगहों को सैनिटाइज भी किया गया.