ETV Bharat / briefs

जानिए! संशोधित ट्रिपल तलाक बिल पर क्या बोले बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी

बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने तीन तलाक मुद्दे पर ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम संविधान का पूरा सम्मान करते हैं, कानून का सम्मान करते हैं, लेकिन इस पर राजनीति ठीक नहीं है. उन्होंने संशोधित ट्रिपल तलाक के बिल पर विरोध जताया है.

बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी.
author img

By

Published : Jun 23, 2019, 12:15 AM IST

अयोध्या: तीन तलाक मुद्दे पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान इकबाल अंसारी ने संशोधित ट्रिपल तलाक के बिल का विरोध जताते हुए कहा कि इससे सबका नुकसान है और किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला है. यह जो बिल पेश किया जा रहा है वह सिर्फ राजनीति है. वहीं उन्होंने कहा कि हमारे दर्द को कोई नहीं समझ रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते इकबाल अंसारी.

जानें क्या बोले बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी

  • इससे सिर्फ राजनीति की जा रही है. जब हमारे यहां तीन तलाक बिल को अमान्य करार दिया जा रहा है तो फिर इसे लेकर राजनीति क्यों की जा रही है.
  • हमारे यहां तीन तलाक हजार में से किसी एक घर में सुनाई देता है. यह किस तरह का कानून बनाया जा रहा है कि अगर मुस्लिम तलाक देता है तो उसे 3 साल की सजा होगी और हिंदू देता है तो उसे सिर्फ 1 साल की सजा होगी.
  • हम चाहते हैं कि जो भारत में कानून है, वह हिंदू और मुस्लिम को लेकर बांटने का काम न करे.
  • जो हिंदुओं के लिए सजा है, वही मुस्लिमों के लिए भी होनी चाहिए.
  • हम संविधान का सम्मान करते हैं, कानून का सम्मान करते हैं, लेकिन इस पर राजनीति ठीक नहीं है.
  • ऐसे समय पर तलाक का मामला लाया गया है, जिससे सबका नुकसान होगा.
  • अगर तीन तलाक करने पर मुस्लिम पुरुष को 3 साल की तुरंत सजा दे दी जाएगी और औरत घर छोड़कर चली जाएगी तो बच्चों का ख्याल कौन रखेगा.
  • इससे सिर्फ नुकसान है और कोई फायदा नहीं है

अयोध्या: तीन तलाक मुद्दे पर बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस बातचीत के दौरान इकबाल अंसारी ने संशोधित ट्रिपल तलाक के बिल का विरोध जताते हुए कहा कि इससे सबका नुकसान है और किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला है. यह जो बिल पेश किया जा रहा है वह सिर्फ राजनीति है. वहीं उन्होंने कहा कि हमारे दर्द को कोई नहीं समझ रहा है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते इकबाल अंसारी.

जानें क्या बोले बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी

  • इससे सिर्फ राजनीति की जा रही है. जब हमारे यहां तीन तलाक बिल को अमान्य करार दिया जा रहा है तो फिर इसे लेकर राजनीति क्यों की जा रही है.
  • हमारे यहां तीन तलाक हजार में से किसी एक घर में सुनाई देता है. यह किस तरह का कानून बनाया जा रहा है कि अगर मुस्लिम तलाक देता है तो उसे 3 साल की सजा होगी और हिंदू देता है तो उसे सिर्फ 1 साल की सजा होगी.
  • हम चाहते हैं कि जो भारत में कानून है, वह हिंदू और मुस्लिम को लेकर बांटने का काम न करे.
  • जो हिंदुओं के लिए सजा है, वही मुस्लिमों के लिए भी होनी चाहिए.
  • हम संविधान का सम्मान करते हैं, कानून का सम्मान करते हैं, लेकिन इस पर राजनीति ठीक नहीं है.
  • ऐसे समय पर तलाक का मामला लाया गया है, जिससे सबका नुकसान होगा.
  • अगर तीन तलाक करने पर मुस्लिम पुरुष को 3 साल की तुरंत सजा दे दी जाएगी और औरत घर छोड़कर चली जाएगी तो बच्चों का ख्याल कौन रखेगा.
  • इससे सिर्फ नुकसान है और कोई फायदा नहीं है
Intro:अयोध्या। मोदी सरकार 2 ने ट्रिपल तलाक बिल में नया संशोधन लाते हुए आज से एक कानून के रूप में बदल दिया। जिसके बाद आरजेडी, बीजेडी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने इस बिल का विरोध किया। तो वहीं कांग्रेस ने कहा कि वह इस बिल का विरोध नहीं करेगी और ना ही कोई संशोधन लाएगी। लेकिन तीन तलाक मुद्दे पर अयोध्या से बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने इसका विरोध जताया है और कहा कि इससे सब का नुकसान है और किसी को कोई लाभ नहीं होने वाला है। यह जो बिल पेश किया जा रहा है यह सिर्फ राजनीति हो रही है हमारे दर्द को कोई नहीं समझ रहा।


Body:एक बार फिर मोदी सरकार ट्रिपल तलाक संशोधित करके सामने लेकर आई हैं। जिसका विरोध करते हुए अयोध्या से बाबरी मस्जिद पक्षकार इकबाल अंसारी ने ईटीवी से विशेष बातचीत में कहा कि यह जो तीन तलाक को लेकर बिल पेश किया जा रहा है इससे सिर्फ राजनीति की जा रही है। जब हमारे यहां तीन तलाक बिल को अमान्य करार दिया जा रहा है तो फिर इसे लेकर राजनीति क्यों की जा रही है। क्योंकि हमारे यहां तीन तलाक हजार में से किसी एक घर में सुनाई देता है। और ऐसे में चाहे भाजपा हो या कांग्रेस, चाहे पक्ष हो या विपक्ष कोई भी इस पर राजनीति ना करें तो बेहतर होगा। यह किस तरह का कानून बनाया जा रहा है कि अगर मुस्लिम तलाक देता है तो उसे 3 साल की सजा होगी और हिंदू देता है तो 1 साल की सजा होगी हम चाहते हैं कि जो भारत देश में कानून है वह हिंदू और मुस्लिम को लेकर बांटने का काम ना करें। दोनों को एक समान देखा जाए जो हिंदुओं के लिए सजा वही मुस्लिमों के लिए भी होनी चाहिए। हम संविधान का सम्मान करते हैं कानून का सम्मान करते हैं। लेकिन इस पर राजनीति ठीक नहीं है। ऐसे मसले और ऐसे समय पर तलाक लाया गया है। जिससे सब का नुकसान होगा। हमारा सवाल यह है की अगर तीन तलाक करने पर मुस्लिम को 3 साल की तुरंत सजा दे दी जाएगी और औरत घर छोड़कर चली जाएगी तो बच्चों का ख्याल कौन रखेगा उनकी परवरिश कौन करेगा। उनकी देखरेख कौन करेगा। और यही कारण है कि हम सभी इसका विरोध करते हैं इससे सिर्फ नुकसान है और कोई फायदा नहीं।


Conclusion:मोदी सरकार जिस तरह से मुस्लिम महिलाओं को अपने पक्ष में करने के लिए ट्रिपल तलाक संशोधन करके संसद में पेश कर चुकी है तो वही मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इसे अपनी आन, बान, शान और प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है। फिलहाल सरकार बहुमत में है। और विपक्ष किसी भी तरह से कोई रिस्क मोल नहीं लेना चाहता। इसलिए इस पर बहुत बड़ा बदलाव देखने को तो नहीं मिलेगा। लेकिन मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी में एक बड़ा बदलाव जरूर आएगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.